गोरखपुर। गोरखपुर में शुक्रवार को बड़ी घटना होते-होते बची। आपसी विवाद के बाद हुए बवाल में एक पक्ष ने मंदिर की दीवार गिरा दी। दोनों पक्ष काे शांत कराने के बाद पुलिस थाने लौट आयी। मारपीट, पथराव के बाद एक पक्ष ने मंदिर की दीवार गिरा दी। घटनास्थल पर पहुंचे एसएसपी ने लापरवाही में चौकी प्रभारी व दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। गांव में तनाव को देखते हुए पीएसी तैनात कर दी गई है। उधर, गोरखपुर में पुलिस ने संवेदनशील इलाकों की ड्रोन से निगरानी शुरू कर दी है।
यह है मामला
मानबेला गांव में रहने वाले निषाद एवं कपाड़िया परिवार के बीच वर्चस्व को लेकर कई बार मारपीट हो चुकी है। 15 मई को गांव के महादेव की लड़की की शादी के दौरान दोनों पक्षों में मारपीट हुई थी। जिसमें मुकदमा दर्ज कर पुलिस ने दोनों पक्ष के लोगों को जेल भी भेजा था। इसी रंजिश में दोनों पक्ष में मारपीट हाे गई। गांव में पहुंची चिलुआताल पुलिस दोनों पक्ष को समझाने के बाद लौट आयी। इस बीच दोनों पक्ष के लोग फिर आमने सामने आ गए। मारपीट के बाद हुए पथराव में तीन लोग घायल हो गए। आरोप है कि एक पक्ष ने मंदिर की दीवार गिरा दी।
मौके पर पहुंचे पुलिस के बड़े अधिकारी
घटना की जानकारी होने पर फोर्स के साथ एसएसपी डा. विपिन ताडा, एसपी नार्थ मनोज अवस्थी व सीओ कैंपियरगंज पहुंच गए। लापरवाही के आरोप में एसएसपी ने फर्टिलाइजर चौकी प्रभारी आशीष सिंह व दो सिपाहियों को लाइन हाजिर कर दिया। निषाद पक्ष के प्रदीप की तहरीर पर चिलुआताल पुलिस ने मारपीट, बलवा व धमकी देने व कपाड़िया पक्ष के अनिल की तहरीर पर बलवा, मारपीट, धमकी व दलित उत्पीड़न का मुकदमा दर्ज किया है।सीओ कैंपियरगंज मामले की विवेचना कर रहे हैं।
अपहरण व दुष्कर्म का आरोपित गिरफ्तार : दो साल से फरार अपहरण व दुष्कर्म के आरोपित को कोतवाली पुलिस ने गिरफ्तार किया। आरोपित पर 25 हजार रुपये का इनाम था। एसपी सिटी कृष्ण कुमार विश्नोई ने यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र के शांगली जिले में ताशगांव, वस्तवड़े का रहने वाला किरन प्रकाश राघाट के शेषपुर में रहता था। दो साल पहले उसने एक नाबालिग का अपहरण कर दुष्कर्म किया था। घटना के बाद से वह फरार चल रहा था। उसके खिलाफ गैर जमानती वारंट जारी हो चुका था। कई बार गिरफ्तार करने के लिए कोतवाली थाने की टीम शांगली जिले में गई लेकिन पकड़ा नहीं गया। एसएसपी ने उसके ऊपर 25 हजार रुपये का इनाम घोषित किया था।