लखनऊ। पुलिस: अग्निपथ योजना के विरोध में भारत बंद का उत्तर प्रदेश में छिटपुट घटनाओं को छोड़कर खास असर नहीं रहा। पश्चिमी उत्तर प्रदेश में कुछ स्थानों पर छात्रों ने विरोध प्रदर्शन किया। दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर प्रदर्शन के कारण कुछ समय के लिए जाम लग गया। गाजीपुर में रोडवेज और निजी परिवहन सेवा बंद रही।
अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि छात्रों को भड़काने वालों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। हिंसक प्रदर्शन करने पर अब तक 46 एफआइआर दर्ज करते हुए 525 आरोपितों को गिरफ्तार किया गया है। इसमें 145 प्रदर्शनकारियों के खिलाफ धारा 151 के तहत कार्रवाई की गई है।
दिल्ली-मेरठ एक्सप्रेस-वे पर बड़ी संख्या में युवा सोमवार सुबह करीब साढ़े 11 बजे के बाद भोजपुर के पास इक_ा हुए और उन्होंने एक्सप्रेस-वे के ट्रैफिक को दोनों ओर से रोक दिया। देखते-देखते कई किमी लंबा जाम लग गया। सूचना मिलते ही एक्सप्रेस-वे प्रशासन की तरफ से रूट डायवर्ट करने का निर्णय लिया गया। वाहनों को एक्सप्रेस-वे से वापस करते हुए भोजपुर से नीचे उतारकर मोदीनगर होते हुए गाजियाबाद के लिए रवाना कराया गया।
प्रदर्शनकारियों को समझा-बुझाकर दोपहर 12 बजे हटा दिया गया जिसके कुछ ही देर बाद एक्सप्रेस-वे पर आवाजाही सामान्य हो गई। पुलिस ने कुल 1200 लोगों को नोटिस दी है। वहीं, मुजफ्फरनगर के खतौली में हिंसक प्रदर्शन की योजना बनाते युवकों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। शुरुआती जांच में पता चला है कि इनका उद्देश्य खतौली क्षेत्र में बड़ा हिंसक प्रदर्शन करना था।
अलीगढ़ के टप्पल, जट्टारी समेत जिलेभर में पुलिस ने फ्लैग मार्च कर लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की। वहीं खैर में फ्लैग मार्च के दौरान बुलडोजर भी दिखाई दिए। सम्भल में कोचिंग करने वाले युवाओं ने चीता नाम से वाट्सएप ग्रुप बना रखा है। इस ग्रुप पर विरोध करने के लिए संदेश चला था। इसपर बदायूं व सम्भल के युवा रेलवे स्टेशन पर एकत्र हो गए। पुलिस व आरपीएफ के जवानों ने स्टेशन को घेर लिया। 41 लोगों को हिरासत में लेने के बाद छोड़ दिया गया। अन्य जिलों में शांति रही।
अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने बताया कि सरकार की तरफ से युवाओं को इस योजना के बारे में समझाया जा रहा है। प्रदर्शन कर रहे छात्रों को असामाजिक तत्वों व कुछ राजनीतिक लोगों ने उकसाया जिससे यह हिंसा हुई है। ऐसे लोगों के खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी।
सोमवार को इंटरनेट मीडिया पर अग्निपथ योजना के खिलाफ भारत बंद का आह्वान किए जाने संबंधी मैसेज वायरल हुए थे, जिसकी किसी संगठन ने जिम्मेदारी नहीं ली थी। इसको देखते हुए शांति व्यवस्था बनाए रखने के मद्देनजर सिविल पुलिस के अलावा 141 कंपनी पीएसी और 10 कंपनी केंद्रीय पुलिस बल तैनात किया गया था। कहीं से भी किसी अप्रिय घटना की सूचना नहीं मिली है। भारत बंद का असर यूपी में नहीं दिखाई दिया।
एडीजी ने बताया कि हिंसा करने वालों के खिलाफ कठोर धाराओं में मुकदमे दर्ज किए गए हैं और बड़े स्तर पर गिरफ्तारी की जा रही है। जिन लोगों के द्वारा छात्रों के भविष्य से खिलवाड़ किया जा रहा है उनके खिलाफ कठोर कार्रवाई की जाएगी। सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों से वसूली की जाएगी।
सैनिक कल्याण बोर्ड तथा पूर्व सैनिकों की सहायता से ऐसे प्रदर्शनकारी प्रतियोगी छात्रों को अग्निवीर योजना की सही व विस्तृत जानकारी प्रदान की जाएगी, जिससे उनके मध्य फैला भ्रम दूर हो सके। विभिन्न कोचिंग संचालकों को सूचीबद्ध करते हुए उनके माध्यम से भी छात्रों को समझाया जा रहा है। वहीं, कुछ ऐसे कोचिंग संचालक जो छात्रों को इस योजना के संबंध में भ्रामक जानकारी देते हुए उनको भड़काने का काम कर रहे हैं, उन्हें गिरफ्तार करने के आदेश दिए गए हैं।