सर्व कर्मचारी संघ जिला प्रेस सचिव व सिरसा डिपो प्रधान पृथ्वी सिंह (Prithvi Singh Chahar) चाहर ने एक प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर के उस बयान की घोर निंदा की है, जिसमें उन्होंने परिचालक पर आरोप लगाते हुए कहा है कि वो सवारी से 10 रुपए लेकर 6 से 7 रुपए की टिकट देकर बाकि राशि अपनी जेब में डाल जाते हैं। चाहर ने बताया कि इस प्रेस कांफ्रेंस में मुख्यमंत्री ने परिचालक पर गंभीर आरोप लगाते हुए कहा कि कई बार परिचालक सवारी से 10 लेकर उसको 6-7 रुपए की टिकट देकर उसे बकाया पैसे वापस नहीं देता और अपनी जेब में डाल लेता है, जिससे सवारी और सरकार दोनों को नुकसान होता है।
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इस प्रकार मुख्यमंत्री ने परिचालक की ईमानदारी पर सरेआम हेरा फेरी का आरोप लगाकर परिचालक कर्मचारियों की ईमानदारी पर ऊंगली उठाई गई है। संघ मुख्यमंत्री के इस बयान की घोर निंदा करता है। चाहर ने कहा कि क्या मुख्यमंत्री को यह नहीं पता कि परिचालक काफी दिनों से इस प्रकार की मांग कर रहे थे की सरकार परिचालक को खुल्ले पैसे उपलब्ध करवाए। मुख्यमंत्री ने यह तो नहीं बताया कि हमारी सरकार परिचालक को खुल्ले पैसे उपलब्ध करवाने में असमर्थ थी। अपनी असफलता छुपाने के लिए मुख्यमंत्री ने परिचालकों को ही कटघरे में खड़ा कर दिया। (Prithvi Singh Chahar)
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उन्होंने यह नहीं देखा कि जहां 11 व 12 रुपए की टिकट थी, वहां सवारी परिचालक को केवल 10 रुपए देती थी और बाकी 1-2 रुपए परिचालक अपनी जेब से सरकार को देता था। अपनी कमी को छुपाने के लिए किसी दूसरे पर आरोप लगाना प्रदेश के मुख्यमंत्री को शोभा नहीं देता। अगर उनको इस भ्रष्टाचार का पता था तो कार्यवाही क्यों नहीं की। ये भी तो सरकार की ही असफलता है। चाहर ने कहा कि मीडिया को भी मख्यमंत्री से यह पूछना चाहिए था की क्या उनकी सरकार ने परिचालक को खुल्ले पैसे सिक्के के रूप में उपलब्ध करवाए। अपनी कमी को छुपाना कितना आसान है और यही मुख्यमंत्री ने किया, जोकि निंदनीय है। (Prithvi Singh Chahar)