देहरादून। चम्पावत उपचुनाव रोचक होने जा रहा है। कांग्रेस इसमें ढील देने को तैयार नहीं है। मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी को उपचुनाव में टक्कर देने के लिए रणनीति को धार दी जा रही है। पार्टी चुनाव प्रचार में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी को पूरा उपयोग करने जा रही है। कापड़ी खटीमा सीट पर मुख्यमंत्री को चुनाव हरा चुके हैं।
कांग्रेस को पांचवीं विधानसभा के चुनाव में पराजित होना पड़ा, लेकिन भाजपा के चुनावी चेहरे और मुख्यमंत्री धामी को हराने में उसे सफलता मिली है। भाजपा ने पुष्कर ङ्क्षसह धामी पर दोबारा भरोसा जताते हुए उन्हें मुख्यमंत्री बनाया है।
भाजपा विधायक कैलाश गहतोड़ी के इस्तीफे से रिक्त चम्पावत सीट से धामी उपचुनाव लड़ रहे हैं। धामी के चुनावी समर में खम ठोकते ही कांग्रेस भी सक्रिय हो गई है। प्रमुख विपक्षी दल मुख्यमंत्री को घेरने के लिए सधे तरीके से काम कर रहा है। कांग्रेस प्रत्याशी के चयन और वातावरण तैयार करने के लिए तीन पर्यवेक्षक नियुक्त कर चुकी है।
नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य प्रमुख रणनीतिकार
पार्टी सूत्रों के अनुसार उपचुनाव में नेता प्रतिपक्ष यशपाल आर्य प्रमुख रणनीतिकार की भूमिका में होंगे। आर्य का कुमाऊं मंडल की राजनीति, विशेष तौर पर चम्पावत में अच्छा प्रभाव माना जाता है। आर्य के कांग्रेस में वापसी करने के बाद चम्पावत जिले में उनके समर्थक पार्टी का दामन थाम चुके हैं।
प्रत्याशी चयन एवं उपचुनाव संबंधी तैयारियों के लिए पार्टी तीन पर्यवेक्षकों के रूप में उपनेता प्रतिपक्ष व खटीमा विधायक भुवन कापड़ी, अल्मोड़ा विधायक मनोज तिवारी और लोहाघाट विधायक खुशाल सिंह अधिकारी को नामित कर चुकी है।
भाजपा पर दबाव बनाने की है योजना
उपचुनाव में भाजपा और मुख्यमंत्री धामी पर मनोवैज्ञानिक दबाव बनाने के लिए पार्टी चुनाव प्रचार में उपनेता प्रतिपक्ष भुवन कापड़ी की मदद लेने जा रही है। कापड़ी की पहचान कांग्रेस में तेजतर्रार युवा नेता की है। ऐसे में पार्टी कोशिश कर रही है कि मुख्यमंत्री धामी की मजबूत घेराबंदी की जाए, ताकि उपचुनाव में बेहतर प्रदर्शन कर भाजपा पर दबाव बनाया जा सके।