Digvijay Singh: दिग्विजय सिंह ने कल बताया था की वह इस चुनाव को लड़ेंगे और शुक्रवार को वह इस चुनाव के लिए अपना नाम दर्ज़ करवाएंगे और साथ ही उन्होंने इस चुनाव को लड़ने के लिए 10 नामांकन पत्र भी लिए थे| लेकिन आज उन्होने ऐलान किया की वह अब कांग्रेस के राष्ट्रपति पद के लिए नहीं लड़ेंगे| क्यूंकि वह इस पद के लिए लड़ने के बजाये वरिष्ठ नेता मल्लिकार्जुन खड़गे की उम्मीदवार का प्रस्तावक बनेंगे| साथ ही उन्होंने इस चुनाव के लिए ना लड़ने का कारण भी बताया|
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दिग्विजय सिंह Digvijay Singh ने यह बताया की उन्होंने अपनी ज़िन्दगी में कभी भी तीन बातो के लिए समझौतो नहीं किया| उन्होंने बताया की मैं “दलितों, आदिवासियों और ओबीसी से सम्बंधित मुद्दों पर समझौता नहीं करता|” उन्होंने कहा की मैं उन लोगो के साथ समझौता नहीं करता जो कम्युनिअल हारमनी बिगाड़ते हैं और मैं नेहरू-गाँधी के परिवार के प्रति अपनी कमिटमेंट में कभी भी समझौता नहीं करता|
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दिग्विजय सिंह Digvijay Singh ने रिपोर्टर्स से बातचीत के दौरान यह भी कहा की, “खंगड़े जी मेरे नेता और मेरे वरिष्ठ हैं” मेने उनसे कल मल्लिकार्जुन खंगड़े से पूछा था की वह ये चुनाव लड़ेंगे तब उन्होंने इसके लिए मना किया था, मैं फिर उनसे मिला और उनसे आज कहा की आप चुनाव लड़ रहे हैं, मैं पूरी तरह आपके साथ हूँ और मैं आपके खिलाफ नहीं जा सकता या सोच भी नहीं सकता| अब वह अपना नाम इस चुनाव के लिए दे रहे हैं और इसमें मैं उनका प्रस्तावक बनूँगा| इसलिए दिग्विजय सिंह ने मल्लिकार्जुन के खिलाफ न जाकर उल्टा अपना ही नाम इस चुनावी पद से वापस ले लिया और अब दिग्विजय, मल्लिकार्जुन का प्रस्तावक बनेंगे|