नई दिल्ली। निर्यात : चालू वित्त वर्ष 2022-23 की पहली तिमाही (अप्रैल-जून) में जीडीपी की विकास दर 15.7 प्रतिशत रह सकती है। एसबीआइ इकोरैप के अनुमान के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की दूसरी तिमाही में जीडीपी विकास दर सात प्रतिशत, तीसरी तिमाही में 4.5 प्रतिशत तो चौथी तिमाही में 4.1 प्रतिशत रह सकती है। वहीं केंद्र सरकार ने चालू वित्त वर्ष में भारत का वस्तु निर्यात 470-480 अरब डालर तक पहुंचने का अनुमान जताया है।
आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी के संकेत
इस प्रकार चालू वित्त वर्ष में जीडीपी का विकास 7.5 प्रतिशत की दर से हो सकता है, जबकि आरबीआइ ने चालू वित्त वर्ष के लिए 7.2 प्रतिशत विकास दर का अनुमान लगाया है। एसबीआइ ने आर्थिक गतिविधियों से जुड़े 41 संकेतों के आधार पर यह अनुमान लगाया है।रिपोर्ट के मुताबिक, चालू वित्त वर्ष की पहली तिमाही में वैश्विक स्तर पर तमाम चुनौतियों के बावजूद विभिन्न प्रकार की आर्थिक गतिविधियों में बढ़ोतरी के संकेत मिल रहे हैं।
भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी कायम
रिपोर्ट में कहा गया है कि वैश्विक स्तर पर 20 अर्थव्यवस्थाओं की औसत विकास दर इस साल अप्रैल-जून में 4.9 प्रतिशत रहेगी, जबकि साल जनवरी-मार्च में इन अर्थव्यवस्थाओं की विकास दर 5.2 प्रतिशत थी। लेकिन भारतीय अर्थव्यवस्था में तेजी कायम है। रिपोर्ट के मुताबिक विदेशी पोर्टफोलियो निवेश में बढ़ोतरी हो रही है। कच्चे तेल की कीमत 100 अरब डालर से नीचे आ गई है और ये सब कारक भारत के हक में हैं।
चालू वित्त वर्ष में 480 अरब डालर के निर्यात का अनुमान
वाणिज्य सचिव बीवीआर सुब्रमण्यम ने मंगलवार को कहा कि चालू वित्त वर्ष में भारत का वस्तु निर्यात 470-480 अरब डालर तक पहुंच सकता है। वित्त वर्ष 2021-22 में यह 420 अरब डालर था। वहीं, सेवा क्षेत्र का निर्यात 280 अरब डालर हो सकता है। वाणिज्य सचिव ने कहा कि चालू वित्त वर्ष के पहले चार महीनों में व्यापार घाटा 100 अरब डालर हो गया है।