सिरसा। (सतीश बंसल) उपायुक्त पार्थ गुप्ता ने कहा कि कोई भी लड़ाई बिना एकजुटता के नहीं जीती जा सकती। इसी भावना के साथ अपने जिला को बचाने के लिए अपना हर संभव योगदान देना चाहिए। उन्होंने बताया कि बाढ़ की स्थिति के मद्देनजर शहर की सामाजिक व धार्मिक संस्थाएं भाई कन्हैया आश्रम, श्री लंगर सेवा समिति, श्री अमरनाथ सेवा समिति, जैन समाज व हरि भोजन संस्था की तरफ से जिला प्रशासन को फूड पैकेट दिए जा रहे हैं। प्रशासन द्वारा पंचायत भवन से कर्मचारियों व वॉलिंटियर के माध्यम से जरूरत अनुसार प्रभावित क्षेत्रों में लोगों को वितरित करवाए जा रहे हैं। (Organizations)
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अबतक करीब 4 हजार से अधिक फूड पैकेट विभिन्न क्षेत्रों में वितरित किए गए हैं। पशुपालन एवं डेयरी विभाग के उप निदेशक डा. विद्या सागर बंसल ने बताया कि विभाग द्वारा अबतक जिला में भेड़ बकरियों में 54 हजार 461 ईटीवी टीकाकरण, 39 पशुओं को सीप पॉक्स, 4600 पशुओं को पीपीआर के टीके लगाए जा चुके हैं। इसके अलावा बाल पशुओं को गलघोटू, 3 लाख 22 हजार पशुओं की डीवार्मिंग की दवा व दो लाख से अधिक अन्य बीमार पशुओं का उपचार किया जा चुका है। इसके अलावा बाढ़ प्रभावित गांवों के लिए 34 टीमें बनाई गई हैं, जिसमें वेटरनरी डॉक्टर इन टीमों के इंचार्ज हैं।
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इन टीमों द्वारा प्रभावित गांवों में पशुओं का टीकाकरण के साथ-साथ उपचार भी किया जा रहा है। अबतक प्रभावित क्षेत्रों के गांवों में किसी भी पशु की मृत्यु की सूचना नहीं है। सिविल सर्जन डा. महेंद्र भादू ने बताया कि संकट की इस घड़ी में स्वास्थ्य विभाग द्वारा स्वास्थ्य आपके द्वार अभियान के तहत ग्रामीणों की स्वास्थ्य जांच की जा रही है। एहतियात के तौर पर मोबाइल टीमों द्वारा गांवों में फस्ट-एड किट वितरित की जा रही है, जिसमें 1 कॉटन रोल, 4 सूती पट्टी, 4 ऑइंट पोविडोन आयोडीन, 3 मलहम क्लोट्रिमेज़ोल, 2 ऑइंट डिक्लो, 100 टैबलेट पीसीएम 500 व 20 ओआरएस है। उन्होंने बताया कि वीरवार को गांव रंगा व मत्तड़ में विभाग द्वारा दवाइयों को वितरण किया गया। इसके साथ-साथ अगर किसी नागरिक को बुखार की शिकायत मिलती है तो उसकी टेस्टिंग भी की जा रही है। घग्घर नदी के साथ लगते संवेदनशील प्वाइंटों पर एंबुलेंस भी तैनात की गई है। (Organizations)