शिमला। हिमाचल प्रदेश की राजधानी शिमला व अन्य भागों में जंगल की आग विकराल रूप ले रही हैं। शिमला के जंगल आग से धधक रहे हैं। शहर के साथ लगते तारादेवी, रझाणा, आनंदपुर व अन्य जंगलों में आग लगी हुई है। इससे पूरा शहर धुएं के आगोश में आ गया है। मंगलवार सुबह से शहर में धुआं छाया हुआ है। आग से बहुमूल्य वन संपदा व वन्य जीवों को व्यापक नुकसान हो रहा है। इसके अलावा प्रदेश के अन्य जिलों में भी जंगल की आग के मामले सामने आ रहे हैं। कांगड़ा जिले के पालमपुर में जंगल की आग के कारण इलाके में चारों तरफ छाया धुआं छाया हुआ है। रामपुर उपमंडल के जंगलों में फैली आग से वन संपदा और वन्य प्राणियों को नुकसान पहुंच रहा है।
राजधानी शिमला के जंगलों में आग बेकाबू होने पर वन विभाग अब हेलिकॉप्टर की मदद लेने की योजना है। इसके लिए विभाग ने नेशनल डिजास्टर रिस्पांस फोर्स (एनडीआरएफ) से संपर्क साधा है। विभाग के अनुसार एनडीआरएफ के एक हेलिकॉप्टर ने दो दिन पहले तारादेवी के जंगलों में उड़ान भरकर क्षेत्र की रेकी कर ली है। राजधानी में आग की संवेदनशील बीटों पर फायर वाचरों की संख्या बढ़ाने का फैसला लिया गया है। शिमला शहर मंडल में 10 जबकि शिमला ग्रामीण वन मंडल में 52 बीटें हैं। इनमें आग वाली बीटों में एक एक फायर वाचर तैनात हैं। अब इनकी संख्या दोगुना की जाएगी। अधिकारियों ने इसके लिए विभाग से बजट बढ़ाने की भी मांग की है।