भगवान शनिदेव न्याय के देवता, भाग्य विधाता है। सिरसा का ऐतिहासिक शनिदेव मंदिर जीर्णोद्धार के बाद भव्य रूप ले चुका है और भगवान श्री शनिदेव जी का इतना बड़ा मंदिर शायद ही और कहीं हो। वास्तव में अब यह श्री शनि धाम बन गया है। यह सिरसावासियों का सौभाग्य है कि उन्हें देवी देवताओं, संतों महात्माओं का आशीर्वाद मिलता रहता है। यह बात श्री बाबा तारा कुटिया के मुख्य सेवक एवं विधायक गोपाल कांडा के अनुज गोबिंद कांडा (Gobind Kanda) ने नोहरिया बाजार स्थित प्राचीन श्री शनि धाम में मूर्ति पूजा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव के अवसर पर कहे।
गोबिंद कांडा ने भगवान शनिदेव जी की ऐतिहासिक प्रतिमा, नव निर्मित शनि दरबार, बाबो सा भगवान, हनुमान व मां दुर्गा दरबार, राम दरबार तथा शिवालय के दर्शन किए। तत्पश्चात उन्होंने हवन यज्ञ में आहूति देकर सबके मंगल की कामना की। गोबिंद कांडा ने मंदिर में स्थापित की गई शनि शिला, शनि जी के नौ वाहनों पर विराजमान स्वरूप, नव ग्रह इत्यादि के दर्शन करते हुए इस दरबार को अद्भूत व विलक्षण बताया। इस अवसर पर उनके साथ श्री सालासर धाम मंदिर के प्रधान गोपाल सर्राफ, वरिष्ठ पत्रकार नंद किशोर लढ़ा तथा समाजसेवी गोपाल जी चिड़वा वाले, हरी शर्मा निजी सचिव गोपाल कांडा, विजय यादव मौजूद रहे।
मंदिर में पहुंचने पर श्री शनिदेव मंदिर चेरिटेबल ट्रस्ट के पदाधिकारियों चंद्रमोहन भृगुवंशी, आनंद भार्गव, दीपक भार्गव, राजन भार्गव, गौरव भार्गव व अन्यों ने उनका स्वागत किया। गोबिंद कांडा ने कहा कि भगवान श्री राम की जन्मस्थल अयोध्या में स्थापित हो रहे भव्य मंदिर के साथ शनि धाम में भी मूर्ति पूजा प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव अद्भूत संगम है। उन्होंने कहा कि अयोध्या नगरी के बाद पूरे देश में सिरसा ऐसा शहर हैं जहां घर घर दीप वितरित किए गए हैं। 22 जनवरी को शहर में भव्य शोभायात्रा निकाली जाएगी तथा लोग दीपोत्सव मनाएंगे। कार्यक्रम में आए अतिथियों को स्मृति चिन्ह व शाल भेंट कर सम्मानित किया गया। गोबिंद कांडा ने कार्यक्रम के आयोजन के लिए अपनी तरफ से एक लाख रुपये देने की घोषणा की। (Gobind Kanda)
विधि विधान से आरंभ हुई पूजा – इससे पूर्व सुबह मंदिर में आचार्य डीडी दीक्षित की अगुवाई में चित्रकुट से आए विप्र बंधुओं व भृगुवंशी ब्राह्मणों ने विधि विधान से देवी देवताओं के स्वरूपों को स्थापित किया। सभी देवताओं के नेत्रों पर पीले रंग के कपड़े की पट्टिका बांधी। देवी देवताओं के निमित्त चौकियां स्थापित की गई। संस्कृत युक्त श्लोकों व भजनों के माध्यम से सभी देवी देवताओं का आह्वान किया गया। मंदिर में समाजसेवी पदम जैन, गौरव जैन, जोगेंद्र सेतिया, अमित कुमार, हरी प्रकाश अग्रवाल, विनोद कुमार, पवन सिंगला, डा. राहुल सिंघल व अन्य यजमान के रूप में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम में शामिल हुए।
पूजा पाठ का यह कार्यक्रम आगामी 22 जनवरी तक चलेगा। सुबह शाम पूजन, हवन व आरती होगी। 20 जनवरी को श्री सालासर पैदल यात्री संघ के द्वारा भजन संध्या की जाएगी। 21 जनवरी शाम तीन बजे से महिला संकीर्तन मंडल द्वारा बाबा की महिमा गाई जाएगी। 22 जनवरी प्रात: 10 बजे श्री बाबो सा धाम की परम अराधिका मंजू बाई सा मंदिर में स्थापित किए गए देव स्वरूपों के नेत्र उन्मिलन संस्कार करेगी तत्पश्चात आमजन देवी देवताओं के विग्रहों की पूजा कर सकेंगे। (Gobind Kanda)