सिरसा। (सतीश बंसल) मंगलवार को अनाज मंडी सिरसा में जब (Farmer) किसान अपनी सरसों की फसल लेकर सरकारी दुकान पर पहुंचे तो वहां मौजूद कर्मचारियों ने कहा कि सरसों की सरकारी खरीद बंद हो गई है। यह सुनकर सभी किसान हक्का बक्का रह गए। बिना किसी पूर्व सूचना के सरसों खरीद बंद करने का तुगलकी फरमान सुनकर किसानों के होश उड़ गए, जिसके बाद किसानों ने सारा घटनाक्रम किसान नेता लखविंद्र सिंह औलख को फोन पर बताया।
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जिसके बाद उन्होंने मौके पर पहुंचकर देखा तो किसान हताश मन से सरसों की भरी ट्रैक्टर-ट्रालियां सिरसा नई अनाज मंडी में सरकारी दुकान नंबर 13 के पास लेकर खड़े थे। (Farmer) लखविंद्र सिंह ने हैफेड के डीएम से बात की तो उन्होंने कहा कि जो सरसों नेफेड एजेंसी ने खरीदनी थी, उसका टारगेट पूरा हो चुका है और बारदाना भी नहीं है । लखविंद्र सिंह ने कहा कि सरकार बड़े-बड़े दावे कर रही है कि हम किसान की फसल जो मेरी फसल मेरा ब्यौरा पोर्टल पर दर्ज है, उसका दाना-दाना एमएसपी पर खरीदेंगे।
कल कृषि मंत्री का सिरसा में प्रोग्राम था और आज डिप्टी सीएम दुष्यंत चौटाला कई जगहों पर चाय की चुस्कियां ले रहे हैं, लेकिन किसान की बात सुनने वाला कोई नहीं है। किसान अपनी सरसों की फसल ओने पौने दामों पर बेचने के लिए मजबूर है। उन्होंने कहा कि किसान के साथ सरेआम लूट हो रही है। किसानों ने लखविंद्र सिंह औलख के नेतृत्व में सरकारी दुकान के आगे रोष प्रदर्शन किया, जिसके चलते अधिकारियों ने टोकन काटकर सरसों की खरीद शुरू की।
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सिरसा जिले में टोटल 144459 एकड़ सरसों की फपोर्टल पर दर्ज है। 8 क्विंटल प्रति एकड़ के हिसाब से पोर्टल के आधार पर 11 लाख 55 हजार 672 क्विंटल सरसों सरकार ने खरीदनी थी, लेकिन अभी तक 599365 क्विंटल की खरीदारी हुई है, जिसमें नैफैड 370766 क्विंटल और 228599 क्विंटल प्राइवेट सरसों की खरीद हुई है। (Farmer) सरकारी आंकड़ों के हिसाब से 556307 क्विंटल सरसों की खरीदारी अभी बाकी है, क्योंकि गेहूं की आवक ज्यादा होने की वजह से सभी मंडियां गेहूं से भरी पड़ी है। ऐसे में सरसों तोलने की जगह नहीं है।
किसानों ने एक बार सरसों घरों में रखी हुई है, जो कि मंडियों में जगह बनते ही किसान सरसों बेचने के लिए लेकर आएंगे। लखविंद्र सिंह ने सरकार को चेतावनी दी कि अगर किसान की सरसों की खरीदारी में किसी तरह की सरकार ने कोताही बरती तो उसके लिए किसान प्रदर्शन करने को मजबूर होंगे। उन्होंने कहा कि हम किसान की सरसों का एक-एक दाना एमएसपी पर सरकार को लेने के लिए मजबूर करेंगे।