Farewell – समाज में शिक्षण का पेशा आज भी सबसे पवित्र माना जाता है। सिरसा जिले के गांव रंधावा की राजकीय प्राथमिक पाठशाला में मुख्य अध्यापक शंकरलाल डूडी जैसे शिक्षक हों तो यह बात खुद प्रमाण बन जाती है। अपने 38 साल से सेवाकाल में उन्होंने हजारों बच्चों का उज्ज्वल भविष्य बनाने बनाया, जो आज उच्च पदों पर आसीन हैं। मुख्याध्यापक शंकर लाल गत दिवस बतौर शिक्षक सेवानिवृत हो गए। उनके सम्मान में गांव रंधावा के सरकारी स्कूल में कार्यक्रम आयोजित किया गया, जिसमें पूरे गांव के लोग पहुंचे हुए थे, वहीं आसपास के स्कूलों के टीचर भी पहुंचे। विदाई समारोह में मिले सम्मान को देखकर शंकर लाल भी भावुक हो गए।
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स्टाफ सदस्यों व छात्रों ने शंकरलाल के स्कूल पहुंचते ही उनको फूलों की माला पहनाकर स्वागत किया। इस दौरान कार्यक्रम में बच्चों ने सांस्कृतिक प्रस्तुतियां दी। मुख्याध्यापक शंकरलाल ने इस दौरान कहा कि मेरा स्कूल के शिक्षकों व बच्चों के साथ बड़े ही सौहार्द में समय बीता व मेरे लिए गर्व की बात है कि मैं इस विद्यालय के बच्चों को उच्च पदों तक पहुंचाने में सक्षम हुआ।
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इस अवसर पर मुख्याध्यापक शंकरलाल ने मिड-डे मील कर्मचारियों को सम्मानित किया। विदाई (Farewell) समारोह में स्कूल प्राचार्य अतुल्य जोशी ने कहा कि शिक्षा विभाग में शंकरलाल का जो योगदान रहा है, उसे कभी भुलाया नहीं जा सकता। विभाग हमेशा उनका ऋणी रहेगा। अपने 38 साल के कार्यकाल में इन्होंने ईमानदारी से बेदाग नौकरी की है। इनसे दूसरे अध्यापक प्रेरणा लें। इस मौके पर स्कूल स्टाफ सदस्य कुलदीप, धर्मवीर, विनोद, गोपीराम, मेडम नवीन, देवेंद्र, मेडम कुसुमलता, समेस्ता, प्रवीण, लख्मी, मुरारी सिंह व अध्यापक अशोक मौजूद रहे।