मुंबई। उद्योगपति गौतम अदाणी ने कहा कि अगर देश 2050 तक अनुमानित 30 ट्रिलियन डॉलर की अर्थव्यवस्था बन जाता है, तो यह एक ऐसा देश भी बन सकता है जहां कोई खाली पेट नहीं सोएगा। बता दें कि गौतम अदाणी का समूह हवाई अड्डों से लेकर बंदरगाहों तक और बिजली उत्पादन से लेकर वितरण तक तमाम कारोबारों तक फैला है. अदाणी ने गुरुवार को टाइम्स नेटवर्क द्वारा आयोजित इंडिया इकोनॉमिक कॉन्क्लेव में कहा, “हम वर्ष 2050 से लगभग 10,000 दिन दूर हैं। इस अवधि के दौरान, मुझे आशा है कि हम अपनी अर्थव्यवस्था में लगभग 25 ट्रिलियन अमरीकी डालर जोड़ेंगे।
उन्होंने कहा, “इसका मतलब है कि हर दिन सकल घरेलू उत्पाद में 2.5 बिलियन अमरीकी डॉलर जोड़ेंगे।” अदाणी ने कहा, “मुझे यह भी आशा है कि इस अवधि में, हम सभी प्रकार की गरीबी को मिटा देंगे।” उन्होंने कहा कि एक राष्ट्र के रूप में हम केवल 10,000 दिनों में ऐसा करने में सक्षम हैं। उन्होंने कहा कि अगर अर्थव्यवस्था योजना के अनुसार बढ़ती है, तो इन 10,000 दिनों के दौरान शेयर बाजार बाजार पूंजीकरण में लगभग 40 ट्रिलियन अमरीकी डॉलर जोड़ेगा, जिसका मतलब है कि 2050 तक हर दिन 4 बिलियन अमरीकी डॉलर जोड़ेगा।
अदाणी ने साल 2021 में अतिरिक्त संपत्ति के तौर पर 49 बिलियन अमरीकी डालर जोड़े हैं, जो दुनिया के दो सबसे अमीर व्यक्तियों- एलोन मस्क और जेफ बेजोस की तुलना में ज्यादा है। इसके साथ ही, 2021 में कुल मिलाकर इनकी संपत्ति 81 बिलियन अमरीकी डॉलर हो गई। अदाणी ने कहा कि 1.4 अरब लोगों के जीवन का उत्थान मैराथन जैसा महसूस हो सकता है लेकिन यह लंबे समय की ‘स्प्रिंट’ (तेज दौड़) जैसा है।
गौरतलब है कि विश्व बैंक ने देश में गरीबी पर अपनी नवीनतम रिपोर्ट में कहा कि भारत ने 2011 और 2019 के बीच अत्यधिक गरीबी में 12.3 प्रतिशत अंक की भारी गिरावट दर्ज की है। 2011 में 22.5 प्रतिशत से यह 2019 में 10.2 प्रतिशत तक आ गई है।