लंदन। ब्रिटेन के एक जज ने जूलियन असांजे के अमेरिका प्रत्यर्पण का अपना फैसला औपचारिक रूप से ब्रिटिश सरकार को भेज दिया है। विकीलीक्स के संस्थापक असांजे पर अमेरिका ने जासूसी करने के आरोप लगाए हुए हैं। यह मामला अब ब्रिटेन के गृह मंत्री के पास जाएगा और असांजे के पास अभी भी इस फैसले के खिलाफ अपील करने का एक मौका है।
जूलियन असांजे के खिलाफ प्रत्यर्पण की कार्रवाई जल्द होने की आशंका बनी हुई है, चूंकि पिछले महीने निचली अदालत के फैसले के खिलाफ आदेश देने से सुप्रीम कोर्ट ने इन्कार कर दिया था। वेस्टमिनस्टर की मजिस्ट्रेटी अदालत में के एक जज ने अपने संक्षिप्त आदेश में कहा था कि ब्रिटेन की गृह मंत्री प्रीति पटेल अब असांजे के प्रत्यर्पण को मंजूरी के संबंध में फैसला करेंगी।
50 वर्षीय जूलियन असांजे ने इस फैसले को बेलमर्श जेल में वीडियो लिंक के जरिये देखा था। असांजे के वकीलों के पास पटेल के समक्ष पैरवी करने के लिए फिलहाल चार हफ्ते का समय है। इसके अलावा, वह फैसले के खिलाफ हाई कोर्ट में भी अपील कर सकते हैं। असांजे के वकील मार्क समर्स ने अदालत को बताया कि उनकी लीगल टीम गंभीर स्पष्टीकरण देना चाहती है।
उल्लेखनीय है कि अमेरिका ने ब्रिटेन के प्रशासन से जूलियन असांजे के प्रत्यर्पण की मांग की है। उन पर जासूसी करने के 17 आरोप लगाए गए हैं। साथ ही एक आरोप कंप्यूटर के दुरुपयोग का भी है। अमेरिकी वकील का कहना है कि असांजे ने अमेरिकी सेना की खुफिया विश्लेषक चेल्सी मैनिंग के क्लासिफाइड डिप्लोमैटिक कैबिल्स को चुराया और इन सैन्य फाइलों को बाद में विकीलीक्स में प्रकाशित कर सार्वजनिक कर दिया। इससे कई लोगों का जीवन खतरे में पड़ गया।
आपको बता दें कि असांजे ने बुधवार को ही लंदन के बेलमर्श जेल में अपनी मंगेतर स्टेला मोरिस से शादी रचाई थी। मोरिस उनकी लीगल टीम का भी हिस्सा हैं। स्टेला मोरिस और असांजे के दो बेटे चार वर्षीय गेब्रियल और दो वर्षीय मैक्स हैं। इस शादी के दौरान मोरिस ने ब्रिटिश डिजाइनर डेम विविएन वेस्टवुड द्वारा डिजाइन किया गया गाउन पहना हुआ था। मोरिस अपने बेटों और असांजे के पिता रिचर्ड और भाई गेब्रियल के साथ जेल पहुंचीं थीं।