नई दिल्ली। हिंदी सिनेमा की दिग्गज अभिनेत्री ललिता पवार फिल्मों में हमेशा से अपनी अलग और खास एक्टिंग के लिए जानी जाती थीं। हिंदी सिनेमा में जब भी दमदार खलनायिका की बात होती है तो आज भी ललिता पवार का नाम लिया जाता है। उन्होंने कई फिल्मों में खलनायिका का किरदार निभाया था, जिसे पर्दे पर काफी पसंद किया गया था। इतना ही नहीं फिल्मों के अलावा छोटे पर्दे के सदाबहार पौराणिक सीरियल रामायण में भी ललिता पवार ने काम किया था।
इस सीरियल में उन्होंने मंथरा का किरदार निभाया था, जिसे भगवान राम को वनवास भेजने में अहम भूमिका निभाई थी। ललिता पवार का जन्म 18 अप्रैल 1916 को नासिक में हुआ था। उनके पिता लक्ष्मण राव शागुन बड़े सिल्क व्यापारी थे। ललिता का असली नाम अंबा लक्ष्मण राव शागुन था। ललिता पवार ने हिंदी सिनेमा एक्टिंग की शुरुआत महज 9 साल की उम्र में कर दी थी। शुरुआत में उन्होंने कई साइलेंट फिल्मों ने कि लिए काम किया था।
ललिता को शुरू में 18 रुपये वेतन के रूप में मिलता था। उन्होंने 1935 तक साइलेंट फिल्मों में काम किया। इसके बाद उन्होंने खुद को साइलेंट फिल्मों से बाहर निकाला और हिम्मत-ए-मर्द फिल्म में काम किया। जिसमें यह पहली बार बोलती नजर आई थीं। बचपन से बेहद खूबसूरत दिखने वाली ललिता पवार के साथ एक बार फिल्म के सेट ऐसा हादसा हुआ था कि उनकी पूरी जिंदगी बदल गई।
साल 1942 में रिलीज हुई फिल्म ‘जंग-ए-आजादी’ के सेट से उनके को-एक्टर भगवान दादा को ललिता को एक थप्पड़ मारना था, लेकिन वह थप्पड़ काफी जोर लग गया। जिसके बाद ललिता का चेहरा और बायी आंख खराब हो गई थी। तीन साल इलाज होने के बाद भी सुधार नहीं हुआ। इसके बाद वह नायिका से खलनायिका के किरदार में ढल गईं। उन्होंने 1944 में फिल्म रामशास्त्री में गुस्सैल सास की भूमिका निभाई।
ललिता पवार का यह रोल लोगों को खूब पसंद आया। इसके बाद तो उन्हें 60-70 के दशक में ऐसे किरदारों से भी बड़ी कामयाबी हासिल की। ‘जंगली’ की सख्त मां, ‘श्री 420’ की केला बेचने वाली, ‘आनंद’ की संवेदनशील मातृ छवि और ‘अनाड़ी’ की मिसेज डिसूजा जैसे ललिता पवार के किरदार लोगों को हमेशा याद रहेंगे। उन्होंने अपने पूरे करियर में 700 से ज्यादा फिल्मों में काम किया था।
फिल्मों के अलावा ललिता ने छोटे पर्दे पर भी काफी सुर्खियां बटोरी थीं। 80 के दशक में उन्होंने रामानन्द सागर के पौराणिक सीरियल ‘रामायण’ में काम किया था। इस सीरियल में उन्होंने मंथरा का किरदार किया था, जिसे खूब पसंद किया गया था। अपने शानदार अभिनय से ललिता ने कई पुरस्कार भी हासिल किए थे। ललिता को बॉलीवुड की पहली बिकिनी गर्ल के रूप में भी याद किया जाता है।