GCW Sirsa -सिरसा: 9 नवंबर: (सतीश बंसल इंसां )भारत सरकार के शिक्षा, कौशल विकास और उद्यमशीलता मंत्रालय; हरियाणा सरकार व उच्चतर शिक्षा निदेशालय, हरियाणा के निर्देशानुसार 28 सितंबर से 11 दिसंबर तक मनाए जा रहे भारतीय भाषा उत्सव के अंतर्गत आयोजित किए जाने वाले कार्यक्रमों की श्रृंखला के अंतर्गत राजकीय महिला महाविद्यालय, सिरसा में प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा के संरक्षण व पंजाबी विभागाध्यक्ष डा. हरविंदर सिंह के संयोजन में पंजाबी भाषा स्टाल लगाया गया।
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इस अवसर पर अपने संबोधन में डा. हरविंदर सिंह ने कहा कि पुस्तकें ही मनुष्य की सच्ची दोस्त होती हैं अतः पुस्तकों के प्रति स्नेह, प्यार और लगाव ही नहीं होना चाहिए अपितु अच्छी पुस्तकों का संग्रहण भी किया जाना चाहिए। उन्होंने कहा कि हर घर में छोटा या बड़ा पुस्तकालय होना लाज़िम है जिसमें साहित्य, सभ्याचार, इतिहास, राजनीति, आर्थिक मुद्दों व सामाजिक सरोकारों इत्यादि के प्रति प्रतिबद्धता की पुस्तकों का संग्रहण हो। उन्होंने विश्वविख्यात लेखक मैक्सिम गोर्की को उद्धृत करते हुए कहा कि वह कहते हैं कि उनमें जो भी अच्छाई है वह पुस्तकों की वजह से ही है। (GCW Sirsa)
डा. हरविंदर सिंह ने कहा कि समाज के नवनिर्माण हेतु जागरूक नागरिक ही निर्णायक भूमिका का निर्वहन कर सकते हैं और नागरिकों की जागरूकता हेतु पुस्तक सभ्याचार को प्रोत्साहित करना समय की सबसे बड़ी अनिवार्यता है। इस अवसर पर विद्यार्थियों ने पुस्तकों में अपनी विशेष रूचि प्रकट करते हुए अध्ययन-मनन हेतु निरंतरता बनाए रखने का विश्वास व्यक्त किया। अपने अध्यक्षीय संबोधन में प्राचार्य प्रो. राम कुमार जांगड़ा ने भारतीय भाषा उत्सव के अंतर्गत आयोजित किए जा रहे आयोजनों के लिए आयोजकों को साधुवाद देते हुए पुस्तक सभ्याचार को प्रोत्साहित किए जाने व अध्ययन-मनन को रोज़मर्रा की दिनचर्या का अनिवार्य हिस्सा बनाए जाने के लिए प्रेरित किया।