इस्लामाबाद। पाकिस्तान सरकार संचालित पीटीवी ने प्रधानमंत्री शहबाज शरीफ के लाहौर दौरे का उचित कवरेज नहीं करने पर 17 कर्मचारियों को निलंबित कर दिया है। एडवांस लैपटाप उपलब्ध नहीं होने के कारण कर्मचारी प्रधानमंत्री का कार्यक्रम कवर नहीं कर पाए। प्रधानमंत्री शहबाज ने पिछले सप्ताह लाहौर में कोट लखपत जेल और रमजान बाजार का दौरा किया था।
डान अखबार ने कहा कि पाकिस्तान टेलीविजन (पीटीवी) की टीम फाइल ट्रांसफर प्रोटोकाल (एफटीपी) के माध्यम से वीडियो फुटेज अपलोड करने के लिए आवश्यक एडवांस लैपटाप नहीं होने के कारण उचित तरीके से कवरेज नहीं कर पाई। मानक संचालन प्रक्रिया के अनुसार, संवाददाता और प्रोड्यूसर की एक टीम प्रधानमंत्री के कार्यक्रम कवरेज के लिए जिम्मेदार होती है। किसी कार्यकम की लाइव स्ट्रीमिंग और समय पर फुटेज अपलोड करने के लिए टीम लैपटाप समेत आधुनिक उपकरणों से लैस रहती है।
इस्लामाबाद स्थित कोर टीम प्रधानमंत्री के साथ देश और विदेश में जाती है। पीटीवी लाहौर सेंटर को प्रधानमंत्री के दौरे की सूचना मिली थी और उसने पीटीवी मुख्यालय को एडवांस लैपटाप मुहैया कराने के लिए कहा। इससे पहले 18 अप्रैल को भी लाहौर सेंटर ने मुख्यालय को इसकी स्थायी व्यवस्था करने के लिए पत्र लिखा था, लेकिन पीटीवी कर्मियों ने कोई ध्यान नहीं दिया।
इस बीच पाकिस्तान के पूर्व प्रधानमंत्री इमरान खान ने शनिवार को राष्ट्रपति आरिफ अल्वी और पाकिस्तान के मुख्य न्यायाधीश (सीजेपी) उमर अता बंदियाल को पत्र भेजकर उनके विदेशी साजिश के आरोपों की जांच के लिए एक अलग न्यायिक आयोग के गठन की मांग की है। इमरान खान का दावा है कि अमेरिका के सहायक विदेश मंत्री डोनाल्ड लू द्वारा पाकिस्तान के पूर्व राजदूत असद मजीद खान को सौंपा गया पत्र मुख्य न्यायाधीश और राष्ट्रपति दोनों के पास मौजूद है।
इमरान खान का कहना है कि उनको पद से हटाने के लिए सत्ता परिवर्तन की साजिश थी। यह एक गंभीर मामला है जिसके कारण मेरी सरकार के सहयोगी दलों की निष्ठा विपक्ष में स्थानांतरित होने लगी। इमरान खान का आरोप है कि पीटीआई के कुछ सांसदों की वफादारी की खरीद के साथ नेशनल असेंबली में अविश्वास प्रस्ताव के माध्यम से मेरी सरकार को हटा दिया गया।