नोएडा। जिला न्यायालय ने ग्रेटर नोएडा के जगत फार्म स्थित येलो चिली रेस्टोरेंट में हुई इंजीनियर विवेक शर्मा की हत्या के दोषी रवि मावी को आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। घटना के दौरान रवि 12वीं का छात्र था। उस पर 10 हजार रुपये का जुर्माना लगाया गया है।
जेल गए दूसरे आरोपित रामवीर पहलवान को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया गया है। हत्या रेस्टोरेंट काउंटर पर बिल देने के दौरान फटे नोट को लेकर हुए विवाद में की गई थी। आठ साल तक चली सुनवाई के बाद कोर्ट ने फैसला सुनाया है। केस की सुनवाई विशेष न्यायाधीश/अपर जिला जज दिनेश कुमार सिंह ने की।
सहायक जिला शासकीय अधिवक्ता रोहताश शर्मा ने बताया कि ग्रेटर नोएडा के सेक्टर पाई फोर में इंजीनियर विवेक शर्मा किराए के मकान में रहते थे। विवेक की बहन की शादी मई 2014 में होनी थी। इस वजह से इंजीनियर के पिता गिरीश चंद शर्मा और उसके मामा गंगा प्रसाद दिल्ली व नोएडा शादी का कार्ड बांटने के लिए गए थे।
12 अप्रैल 2014 की रात साढ़े आठ बजे कार्ड बांट कर वापस आने के बाद विवेक अपने पिता व मामा के साथ खाना खाने के लिए जगत फार्म स्थित येलो चिली रेस्टोरेंट में गए थे। खाना खाने के बाद विवेक शर्मा काउंटर पर गए। नौ सौ रुपये का बिल हुआ था।
विवेक ने एक हजार का नोट कैशियर को दिया। नोट कटे होने को लेकर कैशियर से इंजीनियर की बातचीत चल रही थी। तभी वहां मौजूद रवि मावी व रामवीर पहलवान ने जल्द ही कैश काउंटर छोड़ने के लिए कहा। इस बात को लेकर रवि से विवेक का विवाद हो गया।
विवाद होता देख गंगा प्रसाद भी काउंटर पर पहुंच गए। गंगा प्रसाद ने तीनों को अलग-अलग कर दिया। कुछ ही देर बाद रवि वापस काउंटर पर आया और उसने विवेक को तमंचा से गोली मार दी। गोली लगते ही इंजीनियर जमीन पर गिरे, उनको अस्पताल ले जाया गया। डाक्टरों ने उनको मृत घोषित कर दिया।
रवि और रामवीर घटनास्थल से भाग निकले। पुलिस ने मुकदमा दर्ज कर दोनों को गिरफ्तार किया था। रवि वर्तमान में जेल में बंद है, जबकि रामवीर जमानत पर बाहर था। कोर्ट ने गांव देवला निवासी रवि मावी को दोषी ठहराते हुए आजीवन कारावास की सजा सुनाई है। जुर्माना नहीं देने पर एक साल का अतिरिक्त कारावास काटना होगा। आरोपित रामवीर पहलवान निवासी बोड़ाकी को साक्ष्यों के अभाव में बरी कर दिया गया है। केस में विवेक के पिता, मामा मुख्य गवाह रहे।
घटना के दौरान बाउंसर की उड़ी थी अफवाह
वर्ष 2014 में जब घटना हुई तो यह अफवाह उड़ी थी कि बाउंसर ने इंजीनियर की हत्या की है। हालांकि दोषी 12वीं का छात्र था। वह पूर्व में भी जेल जा चुका था। वहीं घटना के बाद से येलो चिली रेस्टोरेंट बंद हो गया है।
जांच अधिकारी प्रवीण कुमार यादव ने बताया कि केस की जांच के दौरान यह तथ्य अहम था कि रवि ने गोली मारकर विवेक की हत्या की थी। समय से जांच कर चार्जशीट कोर्ट में दाखिल की गई। गहन पैरवी के चलते ही दोषी को सजा हो सकी है।