लखनऊ। फूलपुर से सांसद रहे माफिया अतीक अहमद (Atiq Ahmad) पर सरकार के शिकंजा कसने के कारण उसके दूसरे बेटे उमर अहमद (Umar Ahmad) ने भी सीबीआइ कोर्ट (CBI Court) में सरेंडर कर दिया। कोर्ट ने दो लाख रुपया के इनामी उमर अहमद को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।
योगी आदित्यनाथ सरकार की पहल पर सीबीआइ ने अतीक अहमद के पुत्रों पर लगातार शिकंजा कसा। अहमदाबाद जेल में बंद माफिया अतीक अहमद का प्रयागराज तथा कौशाम्बी में अवैध निर्माण गिराने के बाद पुत्रों पर शिकंजा कसा गया। अतीक के छोटे बेटे मोहम्मद अली अहमद ने प्रयागराज की कोर्ट में सरेंडर किया था, जबकि बड़े बेटे मोहम्मद उमर अहमद ने लखनऊ की सीबीआई कोर्ट में सरेंडर कर दिया है।
मोहम्मद उमर अहमद 27 अगस्त तक की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। सीबीआई ने अभी रिमांड नहीं मांगी है। उमर के खिलाफ चार्जशीट फाइल हो चुकी है। उमर पर दो लाख का इनाम घोषित था। लखनऊ के कृष्णानगर में बिल्डर मोहित जायसवाल को अगवा कर देवरिया की जेल में पिटाई और रंगदारी मांगने के आरोप की जांच सीबीआइ को सौंपी गई है। सीबीआइ आरोपित की तलाश कर रही थी।
पूर्व सांसद अतीक अहमद के गुर्गों ने वर्ष 2018 में मोहित जायसवाल का अपहरण कर लिया था। कारोबारी को अपहर्ता गोमतीनगर से देवरिया जेल में बंद Atiq Ahmad के पास ले गए थे, जहां उसकी पिटाई करके प्रापर्टी के कागजात पर हस्ताक्षर करा लिए गए थे और उसकी गाड़ी भी छीन ली थी। आलमबाग के विश्वेश्वर नगर निवासी मोहित जायसवाल रियल एस्टेट का काम करते हैं। तब उनका आफिस गोमतीनगर के विराट खंड में है। मोहित का आरोप है कि देवरिया जेल में बंद पूर्व सांसद अतीक अहमद ने दो वर्ष पहले उन पर धन उगाही का दबाव बनाया था। डर के कारण पीडि़त ने उस समय रुपये दिए थे। बाद में अतीक के दो गुर्गे फारुख और जकी अहमद ने फिर रंगदारी मांगी। इन्कार करने पर दो माह पहले दोनों ने मोहित के ऑफिस पर कब्जा कर लिया और उनकी कंपनी में अपना नाम लिखवा लिया था।
कार समेत किया था अपहरण
मोहित को अतीक के गुर्गे कार समेत अगवा कर ले गए थे। उन्हें देवरिया जेल में पूर्व सांसद के पास ले जाया गया था, जहाँ पहले से अतीक का बेटा उमर, उसके गुर्गे जफरउल्लाह, गुलाब सरवर के अलावा 10-12 अज्ञात लोग मौजूद थे। आरोपितों ने मोहित की पिटाई की। इसमें उनके दाएं हाथ की उंगलियों की हड्डियां टूट गईं।