पुलिस विक्रांत भूषण के निर्देशानुसार जिला भर में महिला व छात्राओं की सुरक्षा एवं जागरुकता को लेकर चलाए जा रहे अभियान के तहत जिला की महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मंजू सिंह व उनकी टीम ने गांव केहरवाला,फतेपुरिया नियामत खां,खारी सुरेरां, रामपुरा ढिल्लों, धोलपालिया,नाथूसरी कलां, रत्ता खेड़ा, मोहम्मदपुरिया व शाह सतनाम जी गर्ल्स स्कूल सिरसा के कस्तूरबा गांधी बालिका विद्यालयों के छात्रावास में पहुंचकर छात्रओं को इमरजेंसी 112 इंडिया एप (India App) के बारे में विस्तार से जानकारी दी ।
इस अवसर पर महिला थाना प्रभारी मंजू सिंह ने कहा कि महिलाओं की सुरक्षा को लेकर जिला पुलिस पूरी तरह से मुस्तैद है । इस अवसर पर उन्होंने छात्रावास में उपस्थित छात्राओं को इमरजेंसी 112 इंडिया” एप को डाउनलोड करने बारे विस्तार से जानकारी देते हुए एप डाउनलोड भी करवाए । उन्होंने कहा कि इस एप को इस्तेमाल करने के लिए यूजर्स को अपने फोन नंबर के साथ रजिस्ट्रेशन करना होगा। इसके बाद फोन पर आए ओटीपी को एंटर करने के बाद यह एप यूजर्स से नाम,उम्र और लोकेशन जैसी जानकारी मांगता है ।
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उन्होंने उपस्थित छात्राओं से कहा कि इस एप की यह खासियत है की यदि छात्राएं या महिलाएं ट्रेन या बस में सफर करते समय अपने आप को असुरक्षित महसूस करती है,और यह एप आपके पास डाउनलोड है,तो इस एप को टच करने से इसकी वर्किंग शुरू हो जाती है और यह एप स्वत: ही बैकअप महिला हेल्प लाइन नंबर 1091 या नजदीकी पुलिस स्टेशन पर कॉल फॉरवर्ड कर देता है । जैसे ही यह कॉल थानों में फॉरवर्ड करता है तो उसे यूजर की लोकेशन संबधित थाने के नंबर पर दिखाई देने लगती है और जैसी ही आपकी कॉल काटती है,तुरंत प्रभाव से आपकी लोकेशन एप में सेव हो जाती है,और पुलिस पीड़ित द्वारा भेजी गई लोकेशन पर तुरंत पहुंच जाती है । (India App)
महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मंजू सिंह ने छात्राओं से कहा कि इस एप को आप गूगल प्ले स्टोर से फ्री में डाउनलोड कर सकते हैं और इस एप का इस्तेमाल बेहद ही आसान है । उन्होंने छात्राओं को महिला विरुद्ध अपराधों के बारे में जानकारी देते हुए कहा कि आपके आस-पास यदि किसी भी महिला,बुजुर्ग तथा बच्चों को शारीरिक या मानसिक रूप से प्रताड़ित किया जा रहा है तो आप तुरंत इमरजेंसी 112 इंडिया’ एप पर कॉल कर पुलिस की मदद ले सकते है तथा महिलाओ के विरुद्ध हो रहे अपराधों को इस एप के जरिए रोकने में काफी हद तक पुलिस की मदद कर सकते है । वहीं छात्रावास में उपस्थित छात्राओं को साइबर क्राइम के बारे में जानकारी देते हुए बताया कि टेक्नोलॉजी के दौर में इतने तेजी से विकाश कर रहे है कि इसके बिना हम अपने जीवन की कल्पना भी नहीं कर सकते।
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जितनी तेजी से हम इस डिजिटल दुनिया की ओर बढ़ रहे है हम लोगों की इंटरनेट पर निर्भरता भी उतनी ही बढ़ गयी है । इंटरनेट के विकास और इसके बढ़ते फायदों के साथ साथ साइबर अपराधों की संख्या में भी काफी वृद्धि हुई है । महिला थाना प्रभारी इंस्पेक्टर मंजू सिंह व उनकी टीम ने छात्रावास में उपस्थित छात्राओं से कहा कि साइबर क्राइम से बचने के लिए खुद को जागरुक करें तथा इस संबंध में सावधानी व सतर्कता ही साइबर ठगी से बचने का बेहतर उपाय है । उन्होंने छात्रावास में उपस्थित छात्राओं से कहा कि व्हाट्सएप,इंस्टाग्राम,फेसबुक ट्विटर आदि सोशल साइट पर आए किसी भी प्रकार के संदिग्ध लिंक को क्लिक न करें,और न ही अपनी बैंक संबंधित डिटेल किसी अज्ञात व्यक्ति को साझा करें क्योंकि ऐसा करने से आप साइबर ठगी के शिकार हो सकते है । (India App)
यदि किसी के साथ साइबर धोखाधड़ी हो जाती है तो तुंरत प्रभाव से साइबर हेल्पलाइन नंबर 1930 पर कॉल करें या साइबर पोर्टल बेवसाइट www.cybercrime.gov.in पर अपनी शिकायत दर्ज करवाएं । इस अवसर पर सभी छात्रावास में उपस्थित छात्राओं के हॉस्टल के कमरों को चेक किया गया और चेकिंग के दौरान छात्रावास के संचालकों को विशेष हिदायत,किसी प्रकार की संदिग्ध गतिविधि नजर आए तो तुरंत पुलिस को सूचित करें । इस अवसर पर महिला थाना प्रभारी ने कहा कि जिला पुलिस महिलाओं की सुरक्षा को लेकर पूरी तरह से कटिबद्ध है ।