चंडीगढ़। टैबलेट: मुख्यमंत्री मनोहर लाल के जन्मदिन पर सरकार स्कूली विद्यार्थियों को तोहफा देगी। पांच मई को अपना 69वां जन्मदिन मना रहे सीएम खुद अपने गृह जिले रोहतक स्थित महर्षि दयानंद विश्वविद्यालय में आयोजित राज्य स्तरीय समारोह में सरकारी स्कूलों के दसवीं और बारहवीं कक्षा के बच्चों को टैबलेट देकर ई-अधिगम योजना का शुभारंभ करेंगे। इस दौरान 119 खंडों में भी टैबलेट वितरण समारोह होंगे, जहां मनोहर सरकार के मंत्री, सांसद-विधायक और अन्य अतिथि उपायुक्तों के साथ मिलकर टैबलेट का वितरण करेंगे।
महत्वाकांक्षी योजना के तहत सरकारी स्कूलों में दसवीं से बारहवीं तक पढ़ने वाले सभी विद्यार्थियों को टैबलेट दिए जाएंगे। इनमें 2GB फ्री डेटा तथा पीएएल (पर्सनलाइज्ड अडेप्टिव लर्निंग) प्लेटफार्म उपलब्ध कराया गया है। दसवीं तथा 12वीं (बोर्ड कक्षाओं) के विद्यार्थियों के लिए पांच लाख टैबलेट खरीदे गए हैं। चूंकि 11वीं कक्षा के विद्यार्थी अभी स्कूलों में नहीं है, इसलिए 10वीं कक्षा का बोर्ड परीक्षा का परिणाम आने के बाद जून में दो लाख 30 हजार से अधिक विद्यार्थियों के लिए अलग से टैबलेट खरीदे जाएंगे।
दसवीं से 12वीं तक पढ़ा रहे 33 हजार शिक्षकों को भी फ्री में यह टैबलेट दिए जाएंगे। इसके बाद अन्य निचली कक्षाओं (आठवीं से नौंवी) के लिए चरणबद्ध तरीके से इसकी व्यवस्था की जाएगी। Tablate की खरीद पर 650 करोड़ रुपये खर्च होंगे, जबकि पांच करोड़ रुपये सिम पर खर्च किए जाएंगे।
शिक्षा मंत्री ने टैबलेट का पोस्टर किया लांच
शिक्षा मंत्री कंवरपाल गुर्जर ने सोमवार को Tablate का पोस्टर लांच करते हुए कहा कि हरियाणा देशभर के राज्यों के लिए एक बार फिर से मिसाल बनने जा रहा है। मुख्यमंत्री के दूरदर्शी नेतृत्व में प्रदेश सरकार प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के ”डिजिटल इंडिया” अभियान को आगे बढ़ाते हुए सरकारी स्कूलों में पढ़ने वाले पांच लाख विद्यार्थियों को Tablate और फ्री डेटा प्रदान करने जा रही है।
ई-अधिगम (एडवांस डिजिटल हरियाणा इनिशिएटिव आफ गवर्नमेंट विद अडाप्टिव माडयूल्स) के तहत बच्चों को दिए जाने वाले Tablate और डेटा ऐसे टूल हैं जिनसे 21वीं सदी के कौशल को ग्रहण करने में मदद मिलेगी। इससे हरियाणा का विद्यार्थी भी ग्लोबल स्टूडेंट हो जाएगा।
आनलाइन पढ़ाई होगी आसान
कोविड के दौरान माता-पिता के पास बच्चे की आनलाइन पढ़ाई कराने का कोई संसाधन नहीं था। अब सरकार ई-अधिगम के माध्यम से यह कमी पूरी करने जा रही है। यह महत्वाकांक्षी योजना आनलाइन शिक्षा में कारगर साबित होगी। खासकर उन छात्रों के लिए जो स्मार्टफोन और टैबलेट जैसे उपकरणों को खरीदने में असमर्थ हैं।