न्यूयार्क। ट्विटर (Twitter) के अधिग्रहण के लिए फंड जुटाने में टेस्ला के सीईओ Elon Musk जी-जान से जुटे हैं। शेयर बाजार को दी गई सूचना से पता चला है कि मस्क ने निवेशकों के एक समूह से 7.14 अरब डालर की फंडिंग हासिल की है। इस समूह में ओरेकल कारपोरेशन के को-फाउंडर लैरी एलिसन भी शामिल हैं। इससे पहले मस्क टेस्ला में अपने शेयर बेचकर लगभग नौ अरब डालर की रकम जुटा चुके हैं। सिकोइया कैपिटल, ब्रूकफील्ड, कतर होडिंग और अन्य निवेशकों ने निवेश के लिए प्रतिबद्धता जताई है। यह रकम मस्क के मार्जिन लोन के तौर पर जुटाई गई, जो पहले घोषित 12.5 अबर डालर से घटकर 6.25 अरब डालर हो गया है। अधिग्रहण सुचारु रूप से पूरा हो सके, इसके लिए मस्क ट्विटर के मौजूदा शेयरधारकों से भी बातचीत कर रहे हैं। इसमें कंपनी के प्रमुख जैक डोर्सी भी शामिल हैं। पिछले सप्ताह इस बात की खबरें सामने आई थीं कि मस्क अधिग्रहण के लिए पैसे जुटाने को बड़ी निवेश फर्मो और हाई इंडिविजुअल नेटवर्थ वाले व्यक्तियों से बात कर रहे हैं।
ट्विटर के अस्थायी सीईओ बन सकते हैं मस्क
सीएनबीसी की रिपोर्ट के मुताबिक सौदा पूरा हो जाने के बाद एलन मस्क ट्विटर के अस्थायी सीईओ बन सकते हैं। फिलहाल पराग अग्रवाल कंपनी के सीईओ हैं। इस बीच टेस्ला के शेयर 2.7 प्रतिशत गिर गए हैं। निवेशकों को डर है कि ट्विटर का अधिग्रहण करने के बाद मस्क इंटरनेट मीडिया कंपनी के कामकाज में ज्यादा व्यस्त हो सकते हैं। वहीं ट्विटर के शेयर चार प्रतिशत बढ़कर 50.89 डालर पर पहुंच गए हैं। हालांकि शेयर उस ऊंचाई तक नहीं पहुंच सका है, जिस पर मस्क ने अधिग्रहण का प्रस्ताव दिया है। मस्क ने 54.20 प्रति डालर का प्रस्ताव दिया है। उधर, शुरुआत में मस्क के सौदे का विरोध करने वाले सऊदी अरब के निवेशक प्रिंस अलवलीद बिन तलाल ने कहा कि मस्क ट्विटर के लिए योग्य नेतृत्वकर्ता साबित होंगे। माना जा रहा है कि उनके इस रुख में बदलाव मस्क के उस प्रस्ताव के बाद आया है, जिसमें उन्होंने प्रिंस की 1.89 प्रतिशत हिस्सेदारी नहीं खरीदने की बात कही है। इसका मतलब यह हुआ कि वह कंपनी में हिस्सेदार बने रहेंगे।
मस्क के ट्विटर खरीदने से 37 प्रतिशत भारतीय यूजर्स खुश
नई दिल्ली: दुनिया के सबसे अमीर व्यक्ति और टेस्ला के सीईओ एलन मस्क के ट्विटर को खरीदने की खूब चर्चा हो रही है। भारत में भी इसको लेकर काफी चर्चा है। इस इंटरनेट मीडिया प्लेटफार्म के सौदे को लेकर भारत में एक सर्वे किया गया। देश में हर पांच में से दो यानी 37 प्रतिशत यूजर्स ने इस खरीद पर खुशी जाहिर की है।मार्केट रिसर्च और डाटा कंपनी यूगोव की ओर से कराए गए सर्वे के अनुसार, बहुसंख्यक भारतीय यूजर्स का मानना है कि टेस्ला के सीईओ के नेतृत्व में ट्विटर प्रभावशाली इंटरनेट माध्यम साबित होगा। हालांकि मस्क के इस फैसले से 29 प्रतिशत यूजर्स हैरान हैं। 22 प्रतिशत को अधिग्रहण से कोई फर्क नहीं पड़ा। आठ प्रतिशत लोगों ने इस पर चिंता, दुख और गुस्सा जाहिर किया। जबकि ट्विटर पर लगातार सक्रिय रहने वाले 64 प्रतिशत यूजर्स का कहना है कि वे पहले की तरह प्लेटफार्म पर बने रहेंगे। जबकि आठ प्रतिशत यूजर्स अन्य मंच की तलाश करने की बात कही है। यह सर्वे एक हजार से ज्यादा यूजर्स पर किया गया।