बोकारो थर्मल थाना क्षेत्र अंतर्गत BTPS के मिशन हाट कॉलोनी स्थित (Bacha Singh) मजदूर संगठन समिति के महासचिव बच्चा सिंह के आवास पर चल रही NIA की छापेमारी खत्म हुई. NIA डीएसपी की अगुवाई में सर्च वारंट लेकर पहुंची टीम ने महासचिव के पूरे घर की तलाशी ली. जांच के दौरान NIA की टीम ने अलमीरा, दीवान सहित अन्य जगह रखे सामानों को निकाल कर पूरे घर की जांच की. NIA की टीम घर में मिले कागजात अपने साथ ले गई है|
टीम जब घर पर पहुंची तो मजदूर संगठन समिति के महासचिव बच्चा सिंह ने एनआईए डीएसपी से छापेमारी का कारण पूछा और सर्च वारंट की मांग की. जिस पर DSP ने सर्च वारंट दिखाकर उन्हें संतुष्ट किया और उसके घर में छापेमारी शुरू की. बच्चा सिंह ने बताया कि NIA की टीम ने संगठन के लेटर पैड मजदूर यूनियन के पंफलेट, झारखंड में कई संगठनों को मिलकर बनाई गई झारखंड जन संघर्ष मोर्चा के कागजात और रजिस्टर भी अपने साथ ले गई है. बच्चा सिंह ने बताया कि छापेमारी के पूर्व एनआईए के द्वारा किसी प्रकार का कोई नोटिस नहीं दिया गया था. इसलिए छापेमारी की वजह पता नहीं चल पाई है|
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मालूम हो कि 22 दिसंबर 2017 को झारखंड की तत्कालीन भाजपा की रघुवर दास सरकार ने इस मजदूर संगठन को भाकपा (Maoist) का नक्सली संगठन बताकर प्रतिबंधित कर दिया था. मजदूर संगठन समिति के जनरल सेक्रेटरी बच्चा सिंह समेत दो लोगों को बोकारो पुलिस ने 2018 में गिरफ्तार भी किया था. बच्चा सिंह को सियालजोरी थाना क्षेत्र के पर्वतपुर से गिरफ्तार किया गया था. (Bacha Singh) इन्हें नक्सली विचारधारा को बढ़ावा देने और उसके प्रचार के लिए चंदा जुटाने के आरोपों में गिरफ्तार किया था. उसके बाद पुलिस के द्वारा न्यायालय में साक्ष्य प्रस्तुत नहीं किए जाने के बाद हाईकोर्ट (HC) ने संगठन को प्रतिबंध से मुक्त कर दिया था. हालांकि, अभी बच्चा सिंह को खुद इस बात का पता नहीं चल पाया हैं कि आखिर किस कारण उसके घर NIA कि टीम द्वारा छापेमारी की गई|