सिरसा। (सतीश बंसल) जिला लघु सचिवालय के सामने अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे लिपिकीय वर्ग की हड़ताल 20वें दिन में प्रवेश कर गई। 20वें दिन 6 महिला कर्मचारी भूख हड़ताल पर बैठी, जिनमें जीएनसी सिरसा से सुखविंद्र कौर, स्वास्थ्य विभाग से गीता कंबोज, राजबाला, सुमन शर्मा, रीना सैन, डीसी ऑफिस से सुमन कुमारी शामिल रहे। इस मौके पर जिला प्रधान गौरव कंबोज ने कहा कि एक तरफ तो आमजन बाढ़ से जूझ रहा है, वहीं दूसरी ओर सरकारी कार्यालयों में कर्मचारियों के न होने से लोगों को दोहरी परेशानी से गुजरना पड़ रहा है। गौरव बजाज ने कहा कि लिपिकीय वर्ग की यह हड़ताल हरियाणा के कर्मचारी वर्ग के इतिहास में अपना अलग स्थान बनाएगी। (Hunger Strike)
ये भी पड़े – मंडी के जर्जर शैड से हो सकता है हादसा: मेहता
इस हड़ताल में सभी विभागों के लिपिक, उप मंडल लिपिक, सहायक, उप अधीक्षक, स्टेनो, अधीक्षक सहित समस्त लिपिक वर्ग हरियाणा के हर जिले में सरकार के खिलाफ हड़ताल पर बैठा है। उन्होंने आगे बताया कि हम अपनी जायज मांग को लेकर धरनारत हैं। सरकार ने खुद स्वीकार किया है कि लिपिकीय वर्ग के वेतनमान में विसंगतियां हैं। गौरव बजाज ने आगे कहा कि राज्य कार्यकारिणी के आह्वान पर मंगलवार को सुबह 11 बजे तिरंगा यात्रा भी निकाली जाएगी। इस मौके पर राजेश भारद्वाज, अंग्रेज सिंह, जंगवीर पूनिया, सुभाष, कपिल शर्मा ने कर्मचारियों को संबोधित करते हुए कहा कि ये लड़ाई इतनी जल्दी समाप्त होने वाली नहीं है। क्योंकि सत्त्ता के नशे में चूर सरकार के मुख्यमंत्री बार-बार ये बयान दे रहे है कि कुछ ही कर्मचारी धरने पर बैठे है।
ये भी पड़े – क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?
कर्मचारी नेताओं ने कहा कि अभी तक सरकार ने कर्मचारियों की शराफत को देखा है, लेकिन जब यही कर्मचारी अपनी पर उतर आए तो सरकार को सिर छुपाने के लिए जगह नहीं मिलेगी। सरकार इस भ्रम में न रहे कि वो आश्वासनों का झुनझुना पकड़ाकर हर बार की तरह उन्हें उठा देगी। उन्होंने बताया कि रविवार को स्टेट बॉडी की मीटिंग भी हुई, जिसमें आगामी रणनीति बनाने के लिए भारतीय मजदूर संघ से जुड़े सभी संगठनों से सहयोग का आह्वाहन किया गया है। इस मौके पर विशाल मदान, रमेश चंद्र, प्रीत, रायचंद, दीपक, नरेश, रमन, प्रवेश, रणजीत, संजय, राजेंद्र, हर्ष बैनीवाल, दिलबाग, मान सिंह, महेंद्र, मनोज, अमृतपाल, सुनीता रानी, लक्ष्मी सहित सैकड़ों कर्मचारी उपस्थित थे। (Hunger Strike)