शिकागो। अमेरिका के शिकागो शहर में पाकिस्तानी मूल की 29 वर्षीय सानिया खान की उसके पति ने हत्या कर दी। मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सोनिया ने सोशल मीडिया पर अपने तलाक के बारे में खुलकर बात की थी। पुलिस रिपोर्ट की मानें तो, पाकिस्तानी अमेरिकी सानिया खान को हाल ही में शिकागो ले जाया गया था , जहां कथित तौर पर उसके पूर्व पति 36 वर्षीय राहील अहमद ने गोली मार दी थी, जो अल्फारेट्टा में अपने घर से यात्रा कर रहा था।
पिता ने फेसबुक पेज के जरिए दी बेटी की मौत की जानकारी
पाकिस्तान के अखबार डान ने बताया कि सानिया के पिता हैदर फारूक खान ने गुरुवार को अपनी बेटी के फेसबुक पेज पर एक संक्षिप्त घोषणा पोस्ट की। उन्होंने पोस्ट में लिखा, ‘मेरी सबसे बड़ी बेटी सानिया खान का निधन हो गया। उनका अंतिम संस्कार गुरुवार को असर की नमाज के बाद चट्टानूगा इस्लामिक सेंटर में होगा। कृपया हमें अपनी दुआ दें।’
एबीसी न्यूज के अनुसार, शिकागो पुलिस ने कहा कि अधिकारी पिछले सोमवार दोपहर ई. ओहिओ स्ट्रीट के 200 ब्लाक पर पहुंचे, जहां उन्होंने एक महिला और एक व्यक्ति को एक घर के अंदर घायल पाया। उनके सिर में गोली लगी थी।
- पुलिस के बयान के अनुसार, महिला को मौके पर ही मृत घोषित कर दिया गया, जबकि आदमी को नार्थवेस्टर्न अस्पताल ले जाया गया, जहां उसने दम तोड़ दिया।
- घटनास्थल से एक हथियार भी बरामद किया गया है।
- एबीसी न्यूज सानिया खान की शादी एक साल से भी कम समय तक चली।
सानिया ने तलाक को लेकर शेयर किया अपना अनुभव
सानिया ने सोशल मीडिया पर पोस्ट किए गए एक वीडियो में कहा, ‘एक दक्षिण एशियाई महिला के रूप में तलाक से गुजरने पर ऐसा लगता है कि आप जीवन में कभी-कभी असफल हो गए। जिस तरह से समुदाय आपको लेबल करता है, आपको प्राप्त भावनात्मक समर्थन की कमी, और किसी के साथ रहने का दबाव क्योंकि ‘लोग क्या कहेंगे’ अलग-थलग है। इससे महिलाओं के लिए उन शादियों को छोड़ना मुश्किल हो जाता है, जिनकी शुरुआत उन्हें नहीं करनी चाहिए थी।’
ह्यूमन राइट्स वाच (HRW) ने अपनी वार्षिक विश्व रिपोर्ट 2022 में, पाकिस्तान में बच्चों के साथ-साथ महिलाओं के खिलाफ व्यापक अधिकारों के हनन के आरोपों का दस्तावेजीकरण किया, जो जार्ज टाउन विश्वविद्यालय द्वारा जारी वैश्विक महिला, शांति और सुरक्षा सूचकांक में 170 देशों में से 167 वें स्थान पर है।
समाज में सभी स्तरों पर पुरुषों का वर्चस्व
रिपोर्ट में कहा गया है कि पाकिस्तानी समाज में सभी स्तरों पर पुरुष वर्चस्व कायम है, फिर भी उनका ‘सम्मान’ अन्य सभी मामलों में उनकी मर्दानगी से मेल खाने में विफल रहता है। बलात्कार, हत्या, एसिड हमले, घरेलू हिंसा और जबरन शादी सहित महिलाओं और लड़कियों के खिलाफ हिंसा पूरे पाकिस्तान में स्थानिक है।
2017-18 के लिए पाकिस्तान जनसांख्यिकी और स्वास्थ्य सर्वेक्षण के आंकड़ों के अनुसार, 15 से 49 वर्ष की आयु की 28 प्रतिशत महिलाओं ने अपने जीवनकाल में अंतरंग साथी हिंसा का अनुभव किया था।