नई दिल्ली। पनीर और टोफू को दूर का रिश्तेदार माना जाता है। वे लोग इन दोनों ही चीज़ों को ज़रूर चुनते हैं, जो हेल्दी लाइफस्टाइल अपनाना चाहते हैं। इसमें कोई शक़ नहीं कि खाने की ये दोनों चीज़ें पोषक तत्वों से भरपूर होने के साथ मानव हेल्थ सिस्टम के लिए किसी सुपर फूड से कम नहीं। लेकिन जब बात आती है इन दोनों में किसी एक को चुनने की, तो आप क्या चुनेंगे।
अगर आप भी अक्सर पनीर और टोफू के बीच किसी को एक को चुन नहीं पाते हैं, तो आइए जानते हैं कि किस में कितने पोषक तत्व हैं, इनके फायदे क्या हैं और दोनों में से क्या बेहतर विकल्प साबित हो सकता है।
पोष्क तत्व किसमें ज़्यादा?
100 ग्राम पनीर में 25 ग्राम प्रोटीन और वसा होता है। इसमें 3.57 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं, लेकिन फाइबर की कमी होती है। इसी तरह 100 ग्राम टोफू में सिर्फ 8.72 ग्राम वसा, 17.3 ग्राम प्रोटीन और 2.78 ग्राम कार्बोहाइड्रेट होते हैं। लेकिन पनीर से बिल्कुल अलग 100 ग्राम टोफू में 2.3 ग्राम फाइबर होता है।
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इसके अलावा टोफू में कैल्शियम की मात्रा पनीर की तुलना में अधिक होती है। एक और हैरानी की बात यह है कि पनीर में आयरन की मात्रा बिल्कुल नहीं होती, जबकि टोफू में अच्छी मात्रा होती है।
कैलोरी किसमें ज़्यादा?
जब हम हेल्द को देखते हुए खाने का चयन करते हैं, तो उसमें सबसे पहले आती है कैलोरी। कैलोरी की मात्रा से पता चलता है कि किसी खाने में ऊर्जा की कितनी मात्रा है। आमतौर पर माना जाता है कि अधिक कैलोरी वाले भोजन से ऊर्जा भी अधिक मिलती है। साथ ही पेट भी बेहतर तरीके से भरता है। ज़्यादा कैलोरी वाले खाद्य पदार्थों को अक्सर वे लोग चुनते हैं, जिन्हें वजन प्रबंधन के लिए अपने भोजन की मात्रा निर्धारित करना चाहते हैं।
पनीर और टोफू में मौजूद कैलोरी में काफी फर्क होता है। 100 ग्राम पनीर में 321 कैलोरी होती है, तो टोफू में सिर्फ 144 कैलोरी। इससे साफ है कि पनीर में ज़्यादा कैलोरी होती है।
सेहत से जुड़े फायदे
टोफू आइसोफ्लेवोन्स का एक समृद्ध स्रोत है, जो कई बीमारियों के जोखिम को कम करने के लिए जाना जाता है। अध्ययनों के अनुसार, आइसोफ्लेवोन से भरपूर भोजन करने से ऑस्टियोपोरोसिस, हृदय रोग और कुछ प्रकार के कैंसर का ख़तरा कम होता है।
वहीं दूसरी तरफ, क्योंकि पनीर में प्रोटीन और वसा की मात्रा कम होती है इसलिए इसे मांस का सबसे अच्छा विकल्प माना जाता है। पनीर विटामिन-डी और कैल्शियम से भरपूर होता है, जो महिलाओं के लिए अच्छा माना जाता है, खासकर मेनोपॉज़ के समय।
टोफू, सोया प्रोटीन से भरपूर होता है, जो गुर्दे की कार्यप्रणाली को ठीक करने में मदद कर सकता है। यही वजह है कि एक्सपर्ट्स उन लोगों को टोफू के सेवन की सलाह देते हैं, जिनका किडनी ट्रांसप्लाटं हुआ है या फिर डायलिसिस चल रहा है।
पनीर की मैग्नीशियम और फॉस्फोरस सामग्री पाचन तंत्र के आसान कामकाज में मदद करती है। वे पाचन में मदद करते हैं और शरीर से अपशिष्ट पदार्थ को आसानी से हटाने में मदद करते हैं।
Disclaimer: लेख में उल्लिखित सलाह और सुझाव सिर्फ सामान्य सूचना के उद्देश्य के लिए हैं और इन्हें पेशेवर चिकित्सा सलाह के रूप में नहीं लिया जाना चाहिए। कोई भी सवाल या परेशानी हो तो हमेशा अपने डॉक्टर से सलाह लें।