झोरड़ खाप की एक बैठक आज यहां खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद झोरड़ की अध्यक्षता में संपन्न हुई। बैठक को संबोधित करते हुए झोरड खाप के राष्ट्रीय अध्यक्ष विनोद झोरड़ ने कहा कि राजनीति (Politics) के चक्कर में आपसी संबंध खराब न करें। अगर आपका कोई साथी आपसे अलग विचारधारा रखता है तो इसका कताई मतलब ये नहीं है कि वह विद्रोही है । उन्होंने कहा कि मुसीबत में केवल भाई, परिवार और दोस्त ही साथ देता है, नेता नहीं ।
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इसलिए राजनीतिक बहस करके अपने गांव और परिवार में संबंध खराब न करें । झोरड़ ने कहा कि ऐसा न हो कि आप तर्क वितर्क में जीत जाए और आपसी संबंध हार जाऐ । चुनाव तो आते-जाते रहेगें। उन्होंने कहा कि आजादी के बाद कुछ समय तक सब कुछ ठीक था, परंतु बाद में राजनीतिक दलों ने भारतीय समाज की कमजोरी, जाति व्यवस्था और धर्म का लाभ लेना शुरू किया।
अलग-अलग दलों ने अलग-अलग जातियों में अपना वोट बैंक बनाना शुरू कर दिया और इसके बाद तो धर्म आधारित राजनीति (Politics) भी शुरू हो गई। जो कि लोकतंत्र के लिए घातक है। बैठक में झोरड़ खाप के महासचिव सुभाष झोरड़, रामकुमार झोरड़, डॉ. बहादुर सिंह, इंद्रपाल झोरड़, महिपाल सिंह, मनोज झोरड़ आदि ने भी अपने विचार रखे।