ग्रेटर नोएडा : देशभर के सवा दो लाख लोगों से अरबों की ठगी करने वाली बाइक बोट कंपनी के प्रमुख कार्यकारी सदस्य विनोद कुमार की 24 लाख की संपत्ति जब्त की गई है। यह कार्रवाई कासना कोतवाली पुलिस ने मेरठ में की है। आरोपित द्वारा अपनी पत्नी रूमा के नाम खरीदी गई जमीन को पुलिस ने कुर्क किया है। करीब तीन सप्ताह पहले पुलिस ने आरोपित की पौने दो करोड़ की संपत्ति भी मेरठ में जब्त की थी। बाइक बोट घोटाले के आरोपितों की पुलिस ने आर्थिक रूप से कमर तोड़ दी है। आरोपित मेरठ के हस्तिनापुर का रहने वाला है।
कासना कोतवाली प्रभारी संतोष शुक्ला ने बताया कि बाइक बोट घोटाले के संबंध में गैंगस्टर एक्ट के तहत मुकदमा दादरी कोतवाली में दर्ज है। केस की जांच कासना से हो रही है। गैंगस्टर एक्ट के आरोपित विनोद की मेरठ में संपत्ति होने की जानकारी मिली। बृहस्पतिवार दोपहर मेरठ के हस्तिनापुर स्थित विनोद कुमार की पत्नी के नाम की कृषि भूमि जब्त की गई है। पुलिस ने आशंका व्यक्त की है कि आरोपित की कई और संपत्ति हो सकती है। उसका पता करने का प्रयास किया जा रहा है।
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यह है बाइक बोट घोटाला
देश के सवा दो लाख लोगों से बाइक चलवाने के नाम पर प्रत्येक बाइक 62100 रुपये लिए गए। एक साल में निवेश रकम का दोगुना वापस करने का झांसा दिया गया। लोग झांसे में आ गए, कई-कई बाइक के नाम पर कंपनी में निवेश कर दिया। वर्ष 2016 में शुरू हुई यह पोंजी स्कीम ने तीन साल में अरबों का घोटाला किया। वर्तमान में मुख्य आरोपित संजय भाटी समेत कई अन्य जेल में बंद है।