लखनऊ। निलमथा में शनिवार को हुई रेलवे ठेकेदार वीरेंद्र ठाकुर उर्फ गोरख की हत्या में सीसी फुटेज की मदद से पुलिस को कई अहम सुराग मिले हैं। पुलिस ने वारदात को अंजाम देने वाले शूटरों की पहचान कर ली है। इसमें से एक बिहार का गैंगेस्टर बताया जा रहा है। पुलिस की टीमें लखनऊ से लेकर बिहार तक शूटरों का ब्योरा खंगाल रही है।
घटना के बाद से वीरेंद्र की दूसरी पत्नी प्रियंका अंडरग्राउंड है। उसका अभी तक सुराग नहीं लगा है। पुलिस प्रियंका के मिलने वालों के संपर्क में है। वहीं, पुलिस ने घटनास्थल से करीब 200 मीटर दूर बाजार में ज्वैलर्स दुकान के पास जहां सीसी कैमरे से चार संदिग्धों की फुटेज मिली थी। उसका ब्योरा जुटा रही है। पुलिस ने बाजार से लेकर शहीदपथ को जाने वाले, इसके अलावा शहर के बाहर व कई अन्य स्थानों समेत 100 से अधिक सीसी कैमरे खंगाले। इसमें से करीब 22 में संदिग्ध दिखे हैं।
पुलिस ने फुटेज के आधार पर संदिग्ध शूटरों की पहचान कर ली है। दो पुलिस की टीमें बिहार में दबिश दे रही हैं। पुलिस हत्याकांड के मामले में करीब पांच से छह संदिग्धों से पूछताछ भी कर रही है। उधर, पुलिस को वीरेंद्र की काल डिटेल्स में भी कुछ संदिग्ध नंबर मिले हैं। जिनका ब्योरा जुटा लिया गया है। वीरेंद्र किन किन लोगों के संपर्क में था। वह किस-किस से बात कर रहा था। कितने लोग उसके संपर्क में ऐसे हैं जो अपराधिक पृवत्ति के हैं। यह सारा ब्योरा पुलिस ने जुटा लिया है। एसीपी कैंट अर्चना सिंह ने बताया कि हत्याकांड से जुड़े कई तथ्य पुलिस के हाथ लगे हैं। इसके अलावा फुटेज के आधार पर भी पुलिस की कई टीमें यूपी के कई जनपदों और बिहार में दबिश दे रही हैं।
शाहजहांपुर गई टीम लौटी खाली हाथ, फरार हुए गार्ड और घरवाले : वीरेंद्र की हत्या के समय उसके घर पर तीन सुरक्षा गार्ड थे। यह शहाजहांपुर के रहने वाले हैं। तीनों फरार हैं। उनकी तलाश में पुलिस टीम शाहजहांपुर गई थी। वहां उनके घर पर ताला लटका मिला। सबके मोबाइल नंबर भी बंद हैं। पुलिस ने उनके रिश्तेदारों से भी संपर्क किया पर किसी के बारे में जानकारी नहीं हो सकी।