हरिद्वार: पथरी थाना क्षेत्र के फूलगढ़ और शिवगढ़ में चुनाव की जहरीली शराब पीने से सात ग्रामीणों की मौत हो गई। जिससे पूरे गांव में चीख-पुकार मच गई। पुलिस प्रशासन व स्वास्थ्य विभाग के अधिकारी आनन-फानन में गांव पहुंचे और घटना की जानकारी जुटाई।
इनमें से एक की मौत को गुरुवार और दो की मौत शुक्रवार को हुई थी। चार लोगों की मौत आज शनिवार को हुई है। हालांकि प्रशासन केवल चार मौतों की पुष्टि कर रहा है।
प्रत्याशियों के घर और ठिकानों पर छापेमारी
पुलिस टीमों ने ग्रामीणों को जहरीली शराब पिलाने वाले प्रत्याशियों के घर और ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी है। इस बीच कुछ ग्रामीणों ने जंगल से लकड़ी लाकर आनन-फानन में बिना पोस्टमार्टम शवों का अंतिम संस्कार करने का प्रयास किया। लेकिन पुलिस ने उन्हें रोक लिया।
हरिद्वार जिले के देहात में कच्ची शराब बनाने और तस्करी करने का धंधा बड़े पैमाने पर होता है। दो साल पहले भगवानपुर और झबरेड़ा थाना क्षेत्र के सीमावर्ती गांवों में जहरीली शराब पीने से 50 से ज्यादा ग्रामीणों की मौत हो गई थी। इसी शराब से सहारनपुर जिले में भी 30 से ज्यादा ग्रामीण अकाल मौत का शिकार हो गए थे।
कच्ची जहरीली शराब पीने से सात ग्रामीणों की मौत
इन दिनों पंचायत चुनाव की सरगर्मी चल रही हैं और प्रत्याशी मतदाताओं को प्रभावित करने के लिए उनकी पसंद के मुताबिक कच्ची, देसी और अंग्रेजी शराब पिला रहे हैं। पथरी थाना क्षेत्र के शिवगढ़ और खुल गढ़ में प्रत्याशियों की कच्ची जहरीली शराब पीने से सात ग्रामीणों की मौत हो गई, इनमें पांच ग्रामीणों की मौत अपने घर पर हुई। जबकि दो ग्रामीणों ने जौलीग्रांट के हिमालयन अस्पताल ले जाते समय दम तोड़ दिया।
इनमें एक ग्रामीण की मौत शुक्रवार को हो गई थी। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने गांव पहुंचकर घटना की जानकारी जुटाई और पुलिस टीम को धरपकड़ के निर्देश दिए। जिसके बाद आसपास के थानों की पुलिस टीमें भी गांव में बुला ली गई और प्रत्याशियों के घरों व ठिकानों पर छापेमारी शुरू कर दी गई है।
प्रत्याशी घरों से फरार बताए जा रहे हैं। वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक डॉ योगेंद्र सिंह रावत ने बताया कि जहरीली शराब कहां बनी, कहां से लाई गई थी और किसने बांटी, इन सारे बिंदुओं पर छानबीन करते हुए आरोपितों की धरपकड़ के प्रयास चल रहे हैं। यह भी पता लगाया जा रहा है कि यह शराब और किस-किस गांव में भेजी गई है। ताकि उसे जब्त कर समय रहते हैं बाकी ग्रामीणों की जान बचाई जा सके।
इन ग्रामीणों की हुई मौत
- बिरम पुत्र बलजीत सिंह 60 वर्ष
- अरुण पुत्र चंद्रभान 40 वर्ष, जौलीग्रांट ले जाते समय रास्ते में मौत
- राजू पुत्र सेवाराम 45 वर्ष
- अमरपाल पुत्र गोपाल 36 वर्ष, निवासी फुलगढ़
- मनोज पुत्र धर्मवीर 32 वर्ष, अस्पताल ले जाते समय रास्ते में मौत
- किशन पुत्र राजेंद्र कुमार 32 वर्ष, निवासी शिवगढ़
- तेजू पुत्र राम सिंह उम्र 60 वर्ष
2019 में जहरीली शराब पीने से हुई थी करीब 100 की मौत
आठ फरवरी 2019 को झबरेड़ा थाना क्षेत्र के बाल्लुपुर समेत कई गांवों और सहारनपुर में जहरीली शराब पीने से 100 से अधिक लोगों की मौत हुई थी। इसमें 44 मृतक हरिद्वार जिले के थे।
उत्तर प्रदेश और उत्तराखंड को हिला देने वाले जहरीली शराब कांड में तत्कालीन डीएम दीपक रावत ने मजिस्ट्रीयल जांच के आदेश दिए थे।
इस दौरान ड्यूटी में लापरवाही के आरोप में 17 कार्मिकों को निलंबित कर दिया था। इनमें एक थानेदार, एक चौकी प्रभारी, दो बीट सिपाही, दो क्षेत्रीय आबकारी निरीक्षक, एक उप निरीक्षक और 10 आबकारी सिपाही शामिल थे।
तत्कालीन राज्यपाल बेबी रानी मौर्य और मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत ने घटना पर शोक व्यक्त किया था।