नई दिल्ली। निजी क्षेत्र के साउथ इंडियन बैंक(Bank) ने सीमांत लागत आधारित कर्ज (मार्जिनल कॉस्ट ऑफ फंड्स बेस्ड लेंडिंग रेट्स) की ब्याज दरों में 0.20 प्रतिशत की बढ़ोतरी की है। अब बैंक का एक वर्ष की एमसीएलआर दर 8.35 प्रतिशत हो गई है। वहीं, तीन महीने की अवधि का ब्याज दर 7.95 हो गया है। यह बढ़ोतरी सोमवार से यानी की कल 20 जून से लागू होगी। आरबीआइ की ओर से रेपो दर में बढ़ोतरी के बाद अधिकांश बैंकों ने कर्ज से जुड़ा ब्याज बढ़ा दिया है।
आपको बता दें कि कुछ दिन पहले आरबीआई ने रेपो रेट में बढ़ोतरी की थी, जिसके बाद भारत की कई प्रमुख बैंकों ने लोन की ब्याज दरों में इजाफा किया है। हाल ही में एसबीआई ने भी ब्याज दरों में बढ़ोतरी की थी। उसके पहले कई बैंक ब्याज दर बढ़ा चुकी हैं। आइए जानते हैं कि इसके पहले किन और बैंकों(Bank) ने ब्याज दरों में इजाफा किया है।
SBI
एसबीआई ने होम लोन (Home Loan) पर न्यूनतम ब्याज दर को बढ़ाकर 7.55 फीसद कर दिया है। नई दरें 15 जून से लागू हो गई हैं। एसबीआई की वेबसाइट पर अपडेट की गई जानकारी के मुताबिक, बैंक ने अपनी एक्सटर्नल बेंचमार्क बेस्ड लोन रेट (EBLR) को बढ़ाकर न्यूनतम 7.55 फीसद कर दिया है। पहले यह 7.05 प्रतिशत थी। बैंक ने मार्जिनल कॉस्ट ऑफ लैंडिग रेट- एमसीएलआर (MCLR) को 0.20 फीसद बढ़ाया है।
HDFC
HDFC ने 10 जून 2022 से हाउसिंग लोन पर अपनी रिटेल प्राइम लेंडिंग रेट (RPLR) बढ़ा दी है। इस पर इसके एडजस्टेबल रेट होम लोन (ARHL) को 50 बेसिस पॉइंट्स से बेंचमार्क किया गया है। यानी कि एचडीएफसी द्वारा होम लोन लेने वाले ग्राहकों को अब ज्यादा ईएमआई चुकानी पड़ेगी।
बैंक ऑफ बड़ौदा
बड़ौदा रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (बीआरएलएलआर) से जुड़े विभिन्न लोन पर बैंक ऑफ बड़ौदा ने ब्याज दर बढ़ा दी हैं, जो 9 जून 2022 से प्रभावी हो चुकी हैं। वेबसाइट के अनुसार रिटेल लोन के लिए लागू बीआरएलएलआर 7.40% है।
पंजाब नेशनल बैंक
पंजाब नेशनल बैंक(Bank) का रेपो लिंक्ड लेंडिंग रेट (RLLR) 7.40% हो गया है, जो 9 जून 2022 से प्रभावी है।
बैंक ऑफ इंडिया
बैंक ऑफ इंडिया ने भी दरों में संशोधन किया है। वेबसाइट के अनुसार 08 जून 2022 से नई ब्याज दरें प्रभावी हैं। आरबीएलआर संशोधित रेपो दर 4.90% के अनुसार 7.75% हो गई है।
ICICI
आईसीआईसीआई बैंक(Bank) ने 8 जून 2022 से अपनी बाहरी बेंचमार्क उधार दर (External Benchmark based Lending Rate) में बदलाव किया है। बैंक ने इसमें 50 आधार अंक की बढ़ोतरी करते हुए इसे 8.60 फीसद कर दिया है। इससे पहले यह 8.10 फीसद था।