नई दिल्ली: केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी ने गुरुवार को कहा कि देश को आत्मनिर्भर बनाने के लिए कृषि पर अधिक ध्यान देना होगा। सड़क परिवहन और राजमार्ग मंत्री ने किसी क्षेत्र में उपलब्ध सर्वोत्तम कच्चा माल खोजने की जरूरत पर भी बल दिया, जिससे वैल्यू एडिशन किया जा सके।
वर्ल्ड यूनिवर्सिटी आफ डिजाइन के दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए गडकरी ने कहा, ‘कृषि और आदिवासी अर्थव्यवस्था संकट में है। अगर हम आत्मनिर्भर बनना चाहते हैं तो हमें कृषि पर और अधिक फोकस करना होगा।’ गडकरी ने कहा कि उनका पांच लाख करोड़ रुपये की इथेनाल अर्थव्यवस्था बनाने का सपना है और कुछ भी असंभव नहीं है। पेट्रोलियम की तुलना में इथेनाल की कीमत कम है। यह ना केवल ग्रीन फ्यूल है बल्कि चावल, गेहूं और गन्ने के रस से भी बनाया जा सकता है।
कार्यक्रम के दौरान नितिन गडकरी ने कहा कि ज्ञान को धन में बदलना ही भविष्य है। वेस्ट पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि कोई भी सामग्री बेकार नहीं होती। उपयुक्त तकनीक और दूरदृष्टि के इस्तेमाल से कचरे को धन में भी बदला जा सकता है।
गडकरी ने पहले इथेनॉल निर्माण के लिए अतिरिक्त चीनी स्टॉक को डायवर्ट करने की आवश्यकता पर जोर दिया। क्योंकि के तहत दिसंबर 2023 के बाद स्वीटनर के निर्यात पर सब्सिडी के प्रावधान की अनुमति नहीं होगी। गडकरी ने बताया कि सरकार बड़े पैमाने पर इथेनाल निर्माण को बढ़ावा दे रही है और आश्वासन दिया है कि वह देश में उत्पादित सभी इथेनाल की खरीद करेगी।