देहरादून : दक्षिण कश्मीर के शोपियां में गुरुवार को एक बम धमाके में उत्तराखंड का एक जवान बलिदान हो गया। जबकि दो अन्य सैन्यकर्मी घायल हो गए। जम्मू में बलिदान हुए भिलंगना ब्लाक के पांडोली गांव निवासी प्रवीण सिंह के गांव में कोहराम मच गया है। बलिदानी प्रवीण का पार्थिव शरीर को आज शुक्रवार को सेना के जरिए शाम पांच बजे जौलीग्रांट एयरपोर्ट पर लाया जाएगा और कल शनिवार को उनके पैतृक गांव में अंतिम संस्कार किया जाएगा।
बलिदानी प्रवीण वर्ष 2011 में सेना में भर्ती हुए थे और 15 वीं बटालियन में तैनात देश सेवा में लगे थे। चचेरे भाई यशवंत गुसाईं ने बताया कि प्रवीण के पिता प्रताप सिंह भी सेना में रहे हैं। प्रवीण ने अपने पिता से प्रेरणा लेकर फौज में भर्ती होकर देश सेवा की ठानी थी। प्रवीण के बड़े भाई प्रदीप जर्मनी में नौकरी करते हैं।
प्रवीण अभी पिछले महीने 15 मई को गांव आए थे और अपने ईष्ट महेंद्र देवता से आशीर्वाद लेकर 23 मई को ड्यूटी के लिए चले गए थे। प्रवीण की पत्नी अमिता गुसाईं और छह वर्ष का बेटा वंश गुसाईं देहरादून में रहते हैं। प्रवीण की मां दीपा देवी और उसके पिता दोनों गांव में ही रहते हैं। प्रवीण के घर सुबह से परिजनों और अन्य ग्रामीणों के जमावड़ा लगा हुआ है। पूरे क्षेत्र में माहौल गमगीन है।
घायल जवान प्रवीण सिंह की उपचार के दौरान मौत
जानकारी के मुताबिक यह जवान आतंकियों की टोह लेने के लिए एक निजी वाहन में निकले थे। गांव सीडू से करीब एक किलोमीटर दूर हुए धमाके में वाहन का अगला हिस्सा पूरी तरह क्षतिग्रस्त हो गया और उसमें सवार तीन जवान बुरी तरह जख्मी हो गए। विस्फोट में गंभीर तौर पर घायल जवान प्रवीण सिंह की उपचार के दौरान मौत हो गई। वह मूलत: उत्तराखंड के टिहरी गढ़वाल के पांडोली गांव के निवासी थे।
द रजिस्टेंस फ्रंट के ईगल दस्ते ने आइईडी के जरिये किया धमाका
आतंकी संगठन द रजिस्टेंस फ्रंट ने इंटरनेट मीडिया पर दावा किया कि यह धमाका उसके ईगल दस्ते ने आइईडी के जरिये किया है। वहीं, संबंधित अधिकारियों ने कहा कि विस्फोट के कारणों की अभी जांच की जा रही है।
मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने व्यक्त की संवेदना
वहीं उत्तराखंड के जवान के बलिदान पर मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने संवेदना व्यक्त की हैं। उन्होंने जम्मू-कश्मीर के शोपियां क्षेत्र में राष्ट्ररक्षा करते हुए टिहरी जनपद के पांडोली गांव के निवासी वीर जवान प्रवीन सिंह के बलिदानी होने पर उन्हें शत-शत नमन किया। कहा कि आपके द्वारा देश की अखंडता एवं संप्रभुता के लिए दिया गया बलिदान भावी पीढ़ियों को सदैव प्रेरित करता रहेगा। जय हिंद।