(Atul Malikram) तनाव से बाहर आने के लिए यह नशा सबसे अच्छा
  • About Us
  • Advertisements
  • Terms
  • Contact Us
Friday, July 4, 2025
NavTimes न्यूज़
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs
No Result
View All Result
Nav Times News
No Result
View All Result
Home राष्ट्रिय

तनाव से बाहर आने के लिए यह नशा सबसे अच्छा – अतुल मलिकराम (Atul Malikram) (राजनीतिक रणनीतिकार)

खुशी में इंसान अपने से ऊपर वाले को नहीं देखता और दुःख में नीचे वाले को

नवटाइम्स न्यूज़ by नवटाइम्स न्यूज़
October 11, 2023
in राष्ट्रिय
0
Atul Malikram

(Atul Malikram) – बॉस से खिटपिट हुई, एक पैग गटक लिया.. बीवी से हर दिन की नोंक-झोंक से तंग आकर हर रात खाना खाने के बाद घूमने के बहाने एक सुट्टा.. कितना टेंशन है जीवन में, लड़की हाँ नहीं कर रही, इसका समाधान भी सुट्टा.. जिगरी ने सिगरेट न पीने की कसम दी, उसे तोड़कर भी पीता रहा.. दोस्त ने हारकर मेरी संगत छोड़ दी, इसकी चिंता अब दिन-रात खाए जा रही है। चिंता नहीं भाई, नशा खा रहा है। चिंता में होता हूँ, तो और कुछ याद कहाँ आता है सिवाए सिगरेट के.. सिर में दर्द है, दवाई ढूँढने के बजाए आँखें अर्जुन के निशाने की तरह सिगरेट को ही भेदती हैं.. जन्मदिन की पार्टी में दोस्तों को दारू पार्टी चाहिए.. शादी पक्की हो गई, अब भाई हमसे दूर हो जाएगा, इस चिंता को दूर करने में भी दारू काम आती है.. दुनिया के सारे दुखों का छप्पर मेरे ही सिर मढ़ा पड़ा है.. इस दुःख का समाधान भी शराब में छिपा है। ऐसा मैं नहीं कह रहा, ये नित्य घटनाएँ आप सभी अपने आसपास हर दिन देखते ही होंगे।

ये भी पड़े- अमेज़ॅन ग्रेट इंडियन फेस्टिवल सेल 2023 में सेन्हाइज़र (Sennheiser) की विशेष डील्स के साथ इस त्योहारी सीज़न को विशेष बनाएँ

अक्सर यह देखने में आता है कि किसी समस्या या तनाव का समाधान कुछ लोगों को सिर्फ और सिर्फ नशे में ही दिखता है। फिर आजकल तो यह लाइन भी खूब ट्रेंड में है “ये दुःख काहे खत्म नहीं हो रहा..।” जिसके पास चले जाओ, वह यही बताता है कि उससे अधिक दुखी और तनाव में कोई भी नहीं है। कारण यह है कि खुशी में इंसान अपने से ऊपर वाले को नहीं देखता और दुःख में नीचे वाले को। वह इसका उल्टा करता है, इसलिए तनाव में रहता है। दुःख और तनाव जीवन का हिस्सा है, दुःख है तो सुख भी आएगा और सुख है तो दुःख भी। लेकिन ये कभी-भी जीवन में एक समान नहीं रहते। खुशी में उत्तेजना से दूर रहें और तनाव या दुःख में संयम बाँधे रखें। मैं यहाँ यह कहना चाहता हूँ कि शराब समाधान होती, तो आज लोगों की जान नहीं ले रही होती। (Atul Malikram)

विज्ञापन– क्या आप कलाकार बनाना चाहते है ? क्या आप फिल्म जगत में अपना नाम बनाना चाहते है?

सन् 80 के दशक की फिल्म शराबी का मशहूर गाना भी चीख-चीख कर यही कहता है कि “नशा शराब में होता, तो नाचती बोतल”। इससे साफ होता है कि प्रसिद्ध संगीतकार बप्पी लाहिरी भी इस गाने पर काम करने के दौरान लोगों को यही बताना चाहते थे कि असली नशा शराब में नहीं है। उन्होंने भी यही सोचा होगा कि कभी तो लोग इसके पीछे का तुक समझेंगे। गाना बड़ा प्रसिद्ध हुआ और 4 दशक बाद भी लोग इसे बड़े चाव से सुनते हैं। और यह लाइन तो सबसे ज्यादा फेमस हुई है, जिस पर भर-भरकर रील्स मिल जाएँगी। लोगों की सोच बस इतनी है कि वे इसे मनोरंजन के तौर पर लेते हैं, इसके पीछे का तथ्य शायद समझना ही नहीं चाहते।

‘विज्ञापन – जाने बेस्ट प्रोडक्शन हाउस इन इंडिया के बारे में | लाइन प्रोडूसर इन इंडिया की पूरी जानकारी |

नशा होता है आपकी रुचि में.. नशा जरूरतमंद के काम आने का.. नशा संगीत में डूब जाने का.. नशा पेंटिंग करने का.. नशा किसी खेल में शामिल होने का.. नशा समाजसेवा का.. नशा घर के सामने की बगिया को महकाने का..। हमें हमारी रुचि का नशा हो, तब तो बात बने। इस दिखावे के नशे में इतना दम कहाँ कि हमारे तनाव को हमेशा के लिए छूमंतर कर जाए? नशा उतरेगा और तनाव फिर चढ़ जाएगा। इससे तो अच्छा है कि जब मन बैचेन हो, तनाव की जंजीरें हमें जकड़ी हुई हों, तो वह काम करें, जिससे आपके दिल को खुशी और मन को सुकून मिलता है। यह सुकून कुछ समय का नहीं होगा, लम्बे समय का होगा.. और जब मन शांत हो जाएगा न.. तो तनाव से बाहर आने के समाधान आपके भीतर खुद-ब-खुद आने लगेंगे। तब हो सकता है कि आप यह भी सोच लें कि तनाव का जो पुलिंदा मैं अपने दिमाग में ढोए फिर रहा था, असल में वह इतना भरी था ही नहीं। (Atul Malikram)

Tags: Atul MalikramdrugGriefHappinessIntoxicationStress
Advertisement Banner Advertisement Banner Advertisement Banner
नवटाइम्स न्यूज़

नवटाइम्स न्यूज़

Recommended

राजस्थान

राजस्थान ने पंजाब को रोमांचक मुकाबले में हराया, यशस्वी का अर्धशतक, बटलर-हेटमायर की तूफानी पारी

3 years ago
brett lee

उमरान मलिक को Brett Lee ने बताया पाकिस्तान के दिग्गज तेज गेंदबाज जैसा, मिलती है ये बात

3 years ago
Facebook Twitter Instagram Pinterest Youtube Tumblr LinkedIn

Nav Times News

"भारत की पहचान"
Phone : +91 7837667000
Email: navtimesnewslive@gmail.com
Location : India

Follow us

Recent News

रायगढ़ की खदान

कांग्रेस की दोहरी नीति पर सियासी टकराव: रायगढ़ की खदान में जनता की ज़रूरत या राजनीति का खेल?

July 3, 2025
हाईटेक व्यवस्था

अदाणी-इस्कॉन रसोई में हाईटेक व्यवस्था

July 3, 2025

Click on poster to watch

Bhaiya ji Smile Movie
Bhaiya ji Smile Movie

© 2021-2025 All Right Reserved by NavTimes न्यूज़ . Developed by Msasian Entertainment (MS GROUPE)

No Result
View All Result
  • Home
  • चंडीगढ़
  • राज्य
    • पंजाब
    • हरियाणा
    • दिल्ली
    • उत्तरप्रदेश
    • उत्तराखंड
    • राजस्थान
    • महाराष्ट्र
    • जम्मू & कश्मीर
    • हिमाचल प्रदेश
  • राष्ट्रिय
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • मनोरंजन
  • खेल
  • लाइफस्टाइल
  • व्यापार
  • ऑटोमोबाइल्स
  • टेक्नोलॉजी
  • ज्योतिष
  • वीडियो
  • चमकते सितारे
  • Blogs

© 2021-2025 All Right Reserved by NavTimes न्यूज़ . Developed by Msasian Entertainment (MS GROUPE)