Prahlad Singh- किसानों, मजदूरों, कर्माचारियों व अन्य वर्गों से किए गए वायदों को पूरा न करने के विरोध में संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा पंचकूला के सेक्टर-5 में 26, 27, 28 नवंबर को तीन दिवसीय मोर्चा लगाया जाएगा, जिसमें देशभर के किसान शामिल होंगे। मोर्चे को लेकर सिरसा में किसान संगठनोंकी एक आवश्यक बठक हुई, जिसकी अध्यक्षता राष्ट्रीय किसान मंच के राष्ट्रीय अध्यक्ष प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा व प्रदेशाध्यक्ष लक्खा सिंह अलीकां ने संयुक्त रूप से की। प्रहलाद सिंह भारूखेड़ा ने कहा कि मौजूदा सरकार ने सत्त्ता में आने से पूर्व किसानों, मजदूरों, कर्मचारियों सहित अन्य वर्गों से अनेक लोक लुभावने वायदे किए थे, लेकिन सत्त्ता में आने के बाद से सरकार ने एक भी वायदा पूरा नहीं किया है, जिसके कारण सभी वर्गों में भारी रोष है।
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उन्होंने बताया कि सरकार ने सत्त्ता में आने के बाद अपने वायदे पूरे करने की बजाय सर्वप्रथम किसान व किसानी को खत्म करने के लिए तीन कृषि कानून लेकर आई, लेकिन किसानों की एकता ने सरकार को झुकने पर मजबूर कर दिया और सरकार को तीनों काले कानून वापस लेने पड़े। भारूखेड़ा ने कहा कि जनमत से ही सरकारें चलती है, लेकिन सरकार ने अपने सत्त्ता के नशे में चूर होकर ऐसी नीतियां बनाई, जिससे आम नागरिक के लिए दो वक्त की रोटी का जुगाड़ करना भी मुश्किल हो गया है।
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उन्होंने सभी किसानों से आह्वान किया कि वे इस मोर्चे को सफल बनाने के लिए अधिक से अधिक संख्या में पंचकूला में पहुंचें और पूर्व की भांति सरकार को आईना दिखाने का काम करें। मीटिंग में लक्खा सिंह अलीकां, बलवंत सिंह केवल, जरनैल सिंह, निर्मल सिंह थिराज, लाल सिंह मलड़ी, बिकर सिंह झिड़ी, हरदेव सिंह लहंगेवाला, मोहन सिंह पक्कां, प्रकाश सिंह, दलीप सिंह रायपुर, जिंदा सिंह, प्रिंस रानियां, नत्था सिंह झोरडऱोही, सतनाम सिंह, काला सिंह फग्गू, आजाद सिंह जाखड़, दर्शन सिंह सिरसा, हरविन्द्र ऐलनाबाद, गुरनाम सिंह पक्का, गुरनाम सिंह देसू, वेद चामल उपस्थित थे। (Prahlad Singh)