योगी सरकार में कैबिनेट मंत्री संजय निषाद की आरती उतारते हुए एक वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रहा है। वीडियो गुरु पूर्णिमा के अवसर का बताया जा रहा है। आरती के दौरान मंत्री की आरती गाई भी जा रही है। आरती करने वाला संजय निषाद की पार्टी का कार्यकर्ता है। वह संजय निषाद को अपना गुरु बताता है। इस बारे में संजय निषाद की तरफ से सफाई भी आई है।
वीडियो में दिख रहा है कि संजय निषाद सोफे पर बैठे हैं और गले में फूलों की माला है। बैकग्राउंड में पार्टी के कई कार्यकर्ता आरती गा रहे हैं। इसी दौरान एक कार्यकर्ता थाली दीया लेकर संजय निषाद की आरती उतार रहा है। यह वीडियो गुरुवार को तेजी से वायरल हुआ तो सोशल मीडिया पर तरह तरह की प्रतिक्रियाएं भी सामने आने लगी। सपा और विपक्षी पार्टियों ने इसे लेकर निशाना भी साधा। इसी बीच संजय निषाद ने सफाई भी दी है।
संजय निषाद ने कहा कि विश्व मछुआ दिवस पर हमें पॉलिटिकल फादर ऑफ फिशरमैन की उपाधि मिली हुई है। कार्यकर्ताओं की कुछ भावनाएं हमसे जुड़ी हुई हैं। गुरु पूर्णिमा पर फैजाबाद से देर रात आने के बाद कार्यकर्ताओं की कुछ मंशा थी। उनकी कुछ भावनाएं थी, उन्होंने क्या किया मुझे नहीं मालूम। अगर वह कुछ करते हैं तो यह उनकी भावनाएं हैं। कार्यकर्ताओं ने मुझे लेकर जो बयान दिया, वह उनकी भावनाएं हैं, उसको ठेस नहीं पहुंचा सकता।
संजय निषाद ने सफाई दी कि हमारे बगल में निषाद राज की मूर्ति थी। अगर कार्यकर्ताओं ने कुछ किया तो उसके बारे में वह ही बता सकते हैं। हमारे भगवान तो निषाद राज और श्रीराम हैं। हमारे राजनीतिक गुरु आज पीएम मोदी, सीएम योगी और भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा साहब हैं। हम उनसे प्रेरणा लेकर चल रहे हैं। जिस तरह से भगवान राम ने निषाद राज को गले लगाया था। उसी तरह से आज योगी-मोदी ने मेरे जैसे निषाद राज के वंशज को गले लगाया है। कार्यकर्ता क्या करते हैं, इस पर नहीं जाना चाहिए, यह उनकी मंशा है।