तिरुअनंतपुरम। केरल के पलक्कड जिले में राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ (आरएसएस) कार्यकर्ता एसके श्रीनिवासन की हत्या मामले में पुलिस ने सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआइ) के दो और कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया है। इसके साथ ही इस मामले में गिरफ्तार आरोपितों की संख्या नौ हो गई है। 16 अप्रैल को श्रीनिवासन की तलवारों और चाकुओं से गोदकर हत्या कर दी गई थी।
एडीजीपी विजय सखारे ने कहा
एडीजीपी (कानून व्यवस्था) विजय सखारे ने बताया कि गिरफ्तार किए गए दो आरोपितों में से एक श्रीनिवासन पर हमले में सीधे तौर पर शामिल था। उन्होंने कहा कि पुलिस ने श्रीनिवासन की हत्या में शामिल सभी आरोपितों की पहचान कर ली है। जल्द ही और गिरफ्तारियां होंगी। सखारे ने कहा कि लगभग 14-15 लोग साजिश का हिस्सा थे। उन्होंने शुरू में आरएसएस के दो अन्य कार्यकर्ताओं को भी मारने का प्रयास किया। हालांकि उन्होंने उन दो आरएसएस नेताओं के नामों की जानकारी नहीं दी।
अधिकारी ने बताया कि चूंकि श्रीनिवासन कुछ समय के लिए पार्टी के काम या राजनीति में सक्रिय रूप से शामिल नहीं थे, इसलिए उन्हें शायद अपने जीवन के लिए कोई खतरा नहीं था और यही कारण था कि वह आरएसएस के अन्य दो नेताओं की तरह छिपकर नहीं गए थे।
वहीं पुलिस ने कहा कि श्रीनिवासन मामले में जितने भी गिरफ्तार किए गए लोग हैं, उनमें से ज्यादातर आरोपी पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआई) और उसकी राजनीतिक शाखा सोशल डेमोक्रेटिक पार्टी आफ इंडिया (एसडीपीआई) के कार्यकर्ता हैं।
क्या है मामला
श्रीनिवासन की हत्या से एक दिन पहले एसडीपीआइ के एक कार्यकर्ता की हत्या कर दी गई थी। इस मामले में आरएसएस के तीन कार्यकर्ताओं को गिरफ्तार किया गया है। पिछले साल नवंबर में भी इसी इलाके में एक अन्य आरएसएस कार्यकर्ता संजीत की हत्या कर दी गई थी। संजीत की हत्या का आरोप एसडीपीआइ पर है।
केरल में पिछले कुछ महीनों में बीजेपी/आरएसएस और एसडीपीआई/पीएफआई से जुड़ी ऐसी घटनाएं तेजी से सामने आ रही हैं।