नई दिल्ली। दिल्ली के सीमापुरी इलाके में एक महिला के साथ सामूहिक दुष्कर्म का मामला सामने आया है। आरोप है कि आरोपितों ने उसका अश्लील वीडियो बना लिया। वीडियो के जरिये उसे ब्लैकमेल कर कई बार उसके साथ वारदात की। कुछ दिन पहले वीडियो डिलीट करने के बहाने उसे सीमापुरी बुलाया और उसे कार में अगवा कर लिया। दुष्कर्म करने के बाद उसे सुनसान जगह छोड़कर भाग गए।
पीड़िता का आरोप है कि वह शिकायत लेकर पुलिस के पास गई थी, लेकिन कोई कार्रवाई नहीं हुई। मामले की शिकायत वरिष्ठ अधिकारियों से करने पर सीमापुरी थाने की पुलिस ने शुक्रवार को सामूहिक दुष्कर्म, अपहरण और धमकी देने का केस दर्ज किया है।
जानकारी के अनुसार पीड़िता का परिवार गाजियाबाद के इंदिरापुरम में रहता है। पीड़िता का अपने पति से विवाद चल रहा है। पांच महीने पहले वह अपनी तीन बेटियों के साथ अपनी एक दोस्त के घर रहने चली गई थी। गत एक मार्च को वह अपने किसी काम से उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जा रही थी, जब वह आनंद विहार बस अड्डे पहुंची तोउसे उसके पति का दोस्त इनाम मिल गया। उसने इनाम को अपनी परेशानी के बारे में बताया।
पीड़िता का कहना है कि इनाम से उसे मुरादाबाद जाने से रोक दिया और कहा कि वह उसे गाजियाबाद स्थित शहीद नगर में किराये पर कमरा दिलवा देगा। अपने किसी जानकार के यहां नौकरी पर लगवा देगा, पीड़िता उसके जाल में फंस गई। आरोप है कि इनाम ने उसे किराये पर कमरा दिलवा दिया।
कुछ दिनों के बाद पीड़िता को नौकरी दिलवाने के बहाने एक घर पर बुलाया और अपने जानकार टोनी व गुलजार के साथ मिलकर उसके साथ सामूहिक दुष्कर्म किया। इस बीच महिला की अश्लील वीडियो बना ली। वीडियो के जरिये महिला को ब्लैकमेल करने लगे।
आरोपितों ने 24 मार्च को फोन कर उसकी बेटियों के साथ सीमापुरी इलाके में बुलाया और चारों को अगवा कर लिया। कुछ देर के बाद महिला को कार से फेंककर उसकी बेटियों को अपने साथ ले गए। पीड़िता ने आरोप लगाया कि वह शिकायत लेकर थाने गई, लेकिन किसी ने उसकी नहीं सुनी। आला अफसरों से शिकायत करने पर केस दर्ज किया गया।
वहीं, आर सत्यसुंदरम (जिला पुलिस उपायुक्त शाहदरा) का कहना है कि महिला ने जिन तीन आरोपितों के नाम पुलिस को बताए हैं, उसमें से एक व्यक्ति की मौत चार वर्ष पहले हो चुकी है। महिला ने जिन बच्चियों के अपहरण होने की बात बताई है। उसकी स्पष्ट जानकारी भी पुलिस को नहीं दी है। हालांकि केस दर्ज कर जांच की जा रही है।