नई दिल्ली| ऑनलाइन फूड डिलीवरी प्लेटफॉर्म जोमैटो (Zomato) ने शुक्रवार को घोषणा की कि उसने एक ऑल-स्टॉक डील में क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म ब्लिंकिट (Blinkit) का 4,447 करोड़ रुपये में अधिग्रहण कर लिया है। जोमैटो के पास ब्लिंकिट (पहले ग्रोफर्स) में 9 प्रतिशत से अधिक हिस्सेदारी है। पहले ब्लिंकिट डील का मूल्य लगभग 700 मिलियन डॉलर था, लेकिन जोमैटो के शेयर की कीमतों में गिरावट ने इसे 568 मिलियन डॉलर तक कम कर दिया। जोमैटो के सीईओ दीपिंदर गोयल ने कहा कि हमारा मौजूदा फूड व्यवसाय लगातार लाभप्रदता की ओर बढ़ रहा है।
जोमैटो पिछले चार वर्षों में 86 प्रतिशत की सीएजीआर (Compound annual growth rate) से बढ़कर 710 मिलियन डॉलर के समायोजित राजस्व पर पहुंच गया है, जबकि समायोजित ईबीआईटीडीए (Earnings before interest, taxes, depreciation and amortization) मार्जिन वित्त वर्ष 2019 में (153 प्रतिशत) से बढ़कर वित्त वर्ष 22 में (18 प्रतिशत) हो गया है। गोयल ने कहा कि जोमैटो की रेस्तरां आपूर्ति सहायक हाइपरप्योर 60.7 करोड़ रुपये में हैंड्स ऑन ट्रेड प्राइवेट लिमिटेड (HOTPL) के वेयरहाउसिंग और सहायक सेवाओं के कारोबार का अधिग्रहण करेगी।
Zomato के मुख्य वित्तीय अधिकारी गोयल ने कहा कि कंपनी B2B t का अधिग्रहण नहीं कर रही है। उन्होंने कहा कि HOTPL में हमारा मौजूदा 2,228 मिलियन रुपये का निवेश हमारी (liquidation preference) के माध्यम से सुरक्षित है। लेनदेन का समापन अगस्त 2022 की शुरुआत में होने की उम्मीद है।
आपको बता दें कि ब्लिंकिट ऑल-स्टॉक डील में क्विक-कॉमर्स प्लेटफॉर्म है, जो ग्राहकों को मिनटों में किराना और अन्य आवश्यक चीजें पहुंचाता है। ब्लिंकिट का मई के महीने में औसत डिलीवरी समय 15 मिनट था। इसके पहले उनका व्यवसाय किराना सामानों का वितरण था।
मई 2022 के महीने में ब्लिंकिट ने 4,028 मिलियन रुपये का ग्रास ऑर्डर मूल्य (जीओवी) किया था, जो कि वित्त वर्ष 22 की चौथी तिमाही में जोमैटो की मासिक औसत फूड डिलिवरी का 1/5 वां हिस्सा है। पिछले साल अगस्त में ब्लिंकिट (तत्कालीन ग्रोफर्स) ने जोमैटो से 100 मिलियन डॉलर जुटाए थे।