लखनऊ। प्रदेश के अलग-अलग शहरों में सेना भर्ती की नई योजना ‘अग्निपथ’ को लेकर हुए हिंसक प्रदर्शन में अब तक छह एफआइआर दर्ज कर 260 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। प्रदर्शन को लेकर खुफिया एजेंसियों के हाथ महत्वपूर्ण सुराग भी हाथ लगे हैं। इनमें कैंपस फ्रंट आफ इंडिया का नाम भी सामने आ रहा है, जो पापुलर फ्रंट आफ इंडिया (पीएफआइ) की छात्र इकाई है।
अपर पुलिस महानिदेशक (एडीजी) कानून व्यवस्था प्रशांत कुमार ने कहा कि ‘खुफिया एजेंसियों के हाथ कुछ सुराग लगे हैं। इनकी जांच की जा रही है। जांच सामने आने के बाद इस मामले में कार्रवाई की जाएगी।’ उन्होंने कहा कि ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ कुछ युवाओं के द्वारा आक्रोश दिखाया गया है। यूपी में 17 स्थानों पर विरोध प्रदर्शन की सूचना है। इस मामले में अब तक 260 लोग गिरफ्तार किए जा चुके हैं। कुछ स्थानों पर धरना प्रदर्शन हुआ है। सभी छात्रों को भर्ती प्रक्रिया के फायदे के बारे में समझाया जा रहा है।
एडीजी ने बताया कि इस मामले में पुलिस ने कुल छह एफआइआर दर्ज कराई हैं। इनमें फिरोजाबाद, अलीगढ़, गौतमबुद्धनगर में एक-एक व वाराणसी में तीन एफआइआर दर्ज कराई गईं हैं। सर्वाधिक 109 आरोपित बलिया से गिरफ्तार किए गए हैं। मथुरा से 70, अलीगढ़ से 30, आगरा से नौ, वाराणसी से 27 व गौतमबुद्धनगर से 15 आरोपितों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है।
हाथ लगा वाट्सएप चैट : खुफिया एजेंसियों को कैंपस फ्रंट आफ इंडिया के नाम से एक वाट्सएप चैट भी हाथ लगा है। इसमें 17 जनवरी को ‘अग्निपथ’ योजना के खिलाफ सड़कों पर उतरने और माहौल बिगाडऩे की अपील की गई है। अब खुफिया एजेंसी इस चैट के माध्यम से अपनी जांच आगे बढ़ा रही है। एडीजी कानून व्यवस्था ने कहा कि खुफिया एजेंसियों को कुछ संगठनों के नाम मिले हैं। इसी आधार पर जांच आगे बढ़ाई जा रही है, जो भी दोषी होगा उसके खिलाफ विधिक कार्रवाई की जाएगी।
अग्निपथ योजना के विरोध में यूपी के कई शहरों में विरोध-प्रदर्शन ने शुक्रवार को हिंसक रूप ले लिया। अग्निपथ पर आक्रोश का लावा ऐसा दहका कि बलिया में ट्रेन की बोगी धधक उठी। अलीगढ़ के जट्टार में पुलिस चौकी सहित कई वाहन आग में जलकर राख हो गए। जगह-जगह प्रदर्शनकारियों ने रोडवेज बसों को निशाना बनाया।