नई दिल्ली। भारतीय क्रिकेट टीम ने आयरलैंड के खिलाफ दो टी20 मैचों की सीरीज पर मंगलवार को रात रोमांचक मुकाबले में जीत के साथ कब्जा जमाया। आखिरी मैच में भारतीय टीम आयरलैंड के खिलाफ शर्मनाक हार के करीब पहुंच चुकी थी लेकिन उमरान मलिक ने अपनी सूझबूझ भरी गेंदबाजी से मैच बचा लिया। भारत ने पहले बल्लेबाजी करते हुए 7 विकेट पर 225 रन बनाए थे। इतने बड़े लक्ष्य का पीछा करते हुए मेजबान टीम 221 रन के स्कोर तक पहुंचने में कामयाब रही।
मंगलवार को भारत के कमतर आंके जा रहे आयरलैंड की टीम ने ऐसा खेल दिखाया जिसने एक वक्त सबकी जान हलक में ला दी थी। ताबड़तोड़ बल्लेबाजी करते हुए मेजबान टीम आखिरी ओवर में 209 रन के स्कोर तक पहुंच चुकी थी। जीत के लिए टीम के 6 गेंद पर 17 रन की जरूरत थी और यह हासिल करना इतना मुश्किल नहीं था। इस सीरीज से अपने टी20 करियर की शुरुआत करने वाले उमरान मे 6 गेंद पर आयरिश बल्लेबाजों को 12 रन ही बनाने दिए और मैच बचाकर भारत के नाम शर्मनाक हार का कलंक लगने से बचा लिया।
आखिरी ओवर में उमरान ने बचाया मैच
6 गेंद पर 17 रन बाकी बचे थे और कप्तान हार्दिक ने ऐसे में गेंद युवा तेज गेंदबाज उमरान को दिया। पहली गेंद पर कोई रन नहीं बना दूसरी गेंद नो बाल रही यह उमरान के कम अनुभव का नतीजा था। इसके बाद फ्री हिट पर अडायर ने चौका लगाया। इसके बाद एक और चौका उनके बल्ले से निकला। अगली तीन गेंद पर 8 रन चाहिए थे और अडायर ने 1 रन लिया।
पांचवीं गेंद पर बाई के रूप में आयरलैंड को 1 रन और मिला। आखिरी गेंद पर जीत के लिए छक्के की जरूरत थी जबकि मैच टाई करने के लिए 5 रन चाहिए थे। उमरान ने इस गेंद पर सिर्फ 1 रन दिया और भारत 4 रन से मैच जीतकर आयरलैंड के खिलाफ टी20 में पहली हार से बाल बाल बचने में कामयाब रहा।
हुड्डा और सैमसन की शानदार पारी
इस मैच में दीपक हुड्डा ने धमाकेदार बल्लेबाजी करते हुए 57 गेंद पर 9 चौके और 6 छक्के के दम पर शतक जमाया। वहीं संजू सैमसन ने 42 गेंद पर 77 रन की पारी खेली जिसमें 9 चौके और 4 छक्के शामिल थे। इन दोनों ने दूसरे विकेट के लिए 176 रन जोड़े जो भारत के लिए टी20 में किसी भी विकेट की सबसे बड़ा साझेदारी का रिकार्ड है।