लखनऊ। अमेठी जिले में तैनात रही गोसाईगंज के मलौली गांव की महिला उप निरीक्षक रश्मि यादव की संदिग्ध हालात में हुई मौत के मामले में राजनीति पारा भी चढऩे लगा है। रविवार को समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष एवं पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव गोसाईगंज के मलौली गांव स्थित रश्मि यादव के घर पहुंचे। इस दौरान उन्होंने कहा कि समाजवादी पार्टी रश्मि की मौत के मामले में सदन में सवाल उठाएगी। रश्मि की मौत के लिए दोषी लोगों को सजा दिलाने की मांग की जाएगी।
अखिलेश ने रश्मि के पिता अधिवक्ता मुन्नालाल यादव, मां, बहनों व भाई से बात की। उन्होंने कहा कि घटना की उच्चस्तरीय जांच की मांग की जाएगी। परिवारीजन ने अखिलेश को बताया कि रश्मि आत्महत्या नहीं कर सकती। वह कुछ देर पहले तक ड्यूटी पर थी। ऐसे में अचानक से आत्महत्या क्यों करेगी। अखिलेश ने कहा कि पीडि़त परिवार से मुलाकात के बाद उन्हें जानकारी मिली है कि रश्मि काफी मेहनती थी, उसने कई परीक्षाएं पास कर नौकरी हासिल की थी। वह ऐसा कैसे करेगी। उन्होंने कहा कि महिला उप निरीक्षक को प्रताडि़त किया गया, उसे गाली दी गई और उसको जाति से संबोधित करके परेशान किया गया।
उन्होंने सरकार पर भी निशाना साधा। बोले, सरकार के मंत्री भ्रष्टाचार और अस्पतालों में अव्यवस्था की बात कह रहे हैं। मंत्रियों को मुख्यमंत्री से मिलकर सारी बात बतानी चाहिए। अखिलेश यादव के साथ सपा प्रवक्ता राजेन्द्र चौधरी, पूर्व विधायक अंबरीष पुष्कर, जिलाध्यक्ष जयङ्क्षसह जयंत, बृजेश यादव, आशिक अली, महिला सभा की मोहनलालगंज विधानसभा प्रभारी अर्चना रावत, अकरम, राम समुझ रावत, सीएल वर्मा समेत पार्टी के कई पदाधिकारी व कार्यकर्ता मौजूद रहे।
उधर, अमेठी के मोहनगंज थाने पर तैनात महिला चौकी प्रभारी रश्मि यादव के आत्महत्या कांड के 24 घंटे बीतने के बाद भी पुलिस अधिकारी गुत्थी सुलझाने में नाकाम हैं। महिला दारोगा के आत्महत्या के बाद फोरेंसिक टीम समेत पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने घटना स्थल का जायजा लेते हुए उनके मोबाइल फोन व तमाम जरूरी चीजें कब्जे में लेकर जांच पड़ताल शुरू की, लेकिन अधिकारी अब तक किसी नतीजे तक नहीं पहुंचे हैं, जो महकमें के लिए शर्मशार करने वाला है। वहीं पिता ने साजिशन हत्या का आरोप लगाया है।