जीरकपुर : शिवा एनक्लेव में होंडा एमेज गाड़ी में आए पांच युवकों ने एक बाउंसर पर उसे जान से मारने की नियत से फायरिंग (Firing) कर दी। बताया जा रहा है कि हमलावरों ने बाउंसर पर 2 फायर किए। गनीमत यह रही कि बाउंसर ने प्रोपर्टी डीलर के दफ्तर में घुसकर अपनी जान बचाई, लेकिन गोलियां दफ्तर के फ्रंट डोर पर लगी जिस कारण दरवाजों का कांच टूट गया। मामले की जानकारी देते 27 वर्षीय अभिषेक खैरवाल ने बताया कि हमलावरों के फरार होने के बाद उसने तुरंत पुलिस कंट्रोल रूम पर वारदात की जानकारी दी थी लेकिन पुलिस मौका-ए-वारदात पर एक घंटे बाद पहुंची।
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जीरकपुर थाने से पहुंचे एसएचओ दीपइंदर सिंह ने अभिषेक के बयान दर्ज कर मामले की जांच शुरू कर दी है। मौके पर आसपास लगे सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली जा रही है। अभिषेक खैरवाल ने बताया कि वह शिवा एनक्लेव में अपने परिवार के साथ रहता है। पेशे से वह बाउंसर है लेकिन पिछले दो तीन महीने से वह काम छोड़ चुका है। मंगलवार शाम 4 बजे वह अपने घर के सामने सोनी कंस्ट्रक्शन एंड बिल्डर प्रोपर्टी डीलर के दफ्तर के साथ बनी सीढिय़ों पर बैठा था।
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प्रोपर्टी डीलर का मालिक सुशील कुमार दफ्तर में बैठा था। उसी दौरान ग्रे रंग की होंडा एमेज गाड़ी में पांच युवक आए, जिनमें से दो युवक उसके आसपास आकर बैठ गए। एक युवक ने अभिषेक से 27 सौ रुपये मांगे। अभिषेक ने उसे कहा कि मैंने उसके कोई पैसे नहीं देने। दूसरा युवक बोला सन्नी ने तेरा घर दिखाया है कि पैसे अभिषेक देगा। जब अभिषेक ने कहा कि वह किसी सन्नी को नहीं जानता तो हमलावर उसे जबरन गाड़ी में बिठाने लगे। अभिषेक ने हाथापाई कर खुद को हमलावरों की पकड़ से छुडाया और भागकर प्रापर्टी डीलर के दफ्तर में घुस गया। तभी हमलावरों ने उस पर दो गोलियां (Firing) चला दी जो उसे ना लगकर प्रापर्टी डीलर के दफ्तर के फ्रंट डोर पर लगी जिस कारण कांच टूट गया।
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अभिषेक ने कहा कि हमलावर फायरिंग करने उपरांत गांव नाभा की तरफ फरार हो गए। दिनदिहाड़े गोली चलने से सोसायटी के लोग सहम गए। वहीं, लोगों का कहना है कि जिस होंडा एमेज पर हमलावर (Firing) भागे हैं उस पर आगे -पीछे अलग-अलग नंबर की प्लेट लगी थी। एक नंबर प्लेट पीबी 11 व दूसरी पीबी-15 थी। पांचों हमलावर मौने थे , जिनमें से एक युवक अबोहर साइड की भाषा बोल रहा था जबकि दूसरा हरियाणवी था। अभिषेक ने बताया कि दो साल पहले भी उसे 2 लाख रूपये रंगदारी की काल आई थी जिन्हें वह नहीं जानता।