लखनऊ। समाजवादी पार्टी के संरक्षक मुलायम सिंह यादव की पत्नी साधना गुप्ता की पार्थिव देह रविवार को पंचतत्व में विलीन हो गई। शनिवार को गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल में साधना गुप्ता का निधन होने के बाद देर रात उनकी पार्थिव देह को लखनऊ में मुलायम सिंह यादव के आवास पर लाया गया था। 62 वर्षीय साधना गुप्ता साल 2020 में कोरोना संक्रमित हो गई थी। जिसके बाद उनको लंग इन्फेक्शन की शिकायत हो गई थी। कोरोना काल से ही वह लंग इन्फेक्शन से जूझ रही थी।
साधना गुप्ता की पार्थिव देह का रविवार को अंतिम संस्कार किया गया। लखनऊ के पिपरा घाट पर विधि विधान से उनकी पार्थिव देह की अंत्येष्टि की गई। साधना गुप्ता के बेटे प्रतीक यादव ने उनको मुखाग्नि दी। इस अवसर पर मुलायम सिंह यादव के साथ ही समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष उनके बेटे अखिलेश यादव, प्रगतिशील समाजवादी पार्टी के राषïट्रीय अध्यक्ष शिवपाल सिंह यादव, सपा के मुख्य राष्ट्रीय महासचिव प्रोफेसर राम गोपाल यादव, धर्मेंद्र यादव के साथ ही उत्तर प्रदेश सरकार के तमाम मंत्रियों के साथ यादव कुनबा मौजूद थे। मुलायम सिंह यादव तो कार ही बैठे थे जबकि अन्य सभी लोग घाट पर उनकी चिता तक गए।
इससे पहले विक्रमादित्य मार्ग पर मुलायम सिंह यादव के आवास से उनकी पत्नी की पार्थिव देह को पिपरा घाट पर लाया गया। लखनऊ में सुबह से ही उनको श्रद्धांजलि देने तथा अंतिम दर्शन के लिए नेताओं का तांता लगा था।
लखनऊ में साधना गुप्ता की तबीयत बीती 11 जुलाई को अचानक ही खराब हो गई। जिसके बाद उनको पांच जुलाई को लखनऊ से गुरुग्राम के मेदांता अस्पताल शिफ्ट किया गया। गुरुग्राम मेदांता में उन्होंने नौ जुलाई को अंतिम सांस ली।
अब उनके परिवार में पुत्र प्रतीक यादव तथा पुत्रवधू अपर्णा बिष्ट यादव के अलावा पति सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव हैं। साधनागुप्ता उम्र में मुलायम सिंह यादव से करीब 20 वर्ष छोटी थीं।