नई दिल्ली। एआईसीटीई : प्रतिभाशाली छात्रों को आगे बढ़ाने के लिए केंद्र सरकार ने अहम कदम उठाया है। इसके तहत प्रत्येक तकनीकी शिक्षण संस्थानों में डिग्री कोर्स में मेधावी बच्चों के लिए अब दो सीटों का अतिरिक्त कोटा होगा। जो संस्थान की तय क्षमता के अतिरिक्त होगा। इन सीटों पर दाखिला अखिल भारतीय तकनीकी शिक्षा परिषद (एआइसीटीई) के मापदंडों के अनुरूप असाधारण प्रतिभाशाली छात्रों को दिया जाएगा।
प्रतिभाशाली छात्रों को आगे बढ़ाने की सिफारिश
एआईसीटीई के मुताबिक इन दो अतिरिक्त सीटों की स्थापना का उद्देश्य देश के सभी प्रतिभाशाली छात्रों को सशक्त बनाना है। साथ ही ऐसे छात्र जिनके अंक भले ही कम होते हैं या किसी कारणवश वह प्रवेश परीक्षा में शामिल नहीं हो सके हैं, लेकिन जन्मजात वह असाधारण प्रतिभा के धनी होते हैं। एआइसीटीई ने देश में पहली बार ऐसे छात्रों की पहचान करने के लिए उनके मानदंडों को परिभाषित किया है। नई राष्ट्रीय शिक्षा नीति में भी ऐसे प्रतिभाशाली छात्रों को पहचानकर उन्हें आगे बढ़ाने की सिफारिश की गई है।
ये छात्र होंगे पात्र
फिलहाल इसके लिए जो मानक तय किए गए है, उनमें छात्र या तो अंतरराष्ट्रीय या राष्ट्रीय स्तर के पुरस्कार विजेता हों या फिर उनका मूल शोध पत्र प्रकाशित हुआ हो। इसके अलावा भी हैकथान के विजेता, नवीन परियोजनाओं के लिए सरकारी एजेंसियों से आर्थिक सहायता प्राप्त, अत्यधिक प्रतिष्ठित वैश्विक कंपनियों व बहुराष्ट्रीय कंपनियों, गैर सरकारी संगठनों से नवाचार के लिए पोषित छात्र, परियोजनाओं, पेटेंट रखने वाले आदि पात्र होंगे।
ट्यूशन छूट देने के लिए प्रतिबद्ध
इस योजना के तहत छात्रों को प्रवेश देने वाले संस्थान पूरी तरह से ट्यूशन छूट देने के लिए प्रतिबद्ध हैं। हालांकि, संस्थान मौजूदा मानदंडों के अनुसार परीक्षा, छात्रावास, पुस्तकालय, परिवहन, प्रयोगशाला और अन्य गतिविधियों के लिए छात्रों से शुल्क ले सकते हैं।